नई दिल्ली/नोएडा:यूपी के शो-विंडो नोएडा में स्ट्रे डॉग में किसी को खौफ दिखता है हो तो किसी का प्यार उमड़ता है. देश में भले ही विदेशी नस्ल के डॉग का क्रेज हो लेकिन विदेश में देसी डॉग का जलवा है. नोएडा से ही अब एक दर्जन स्ट्रे डॉग अडॉप्ट होकर यूरोपियन देशों में जा चुके हैं. सड़क पर वाहनों की ठोकर से लहूलुहान होकर पड़े रहे देशी डॉग की जिंदगी एडाप्ट होने के बाद यूएसए व कनाडा जाकर बदल गयी है.
पीपल फॉर एनिमल के डायरेक्टर रूपसा मुखर्जी ने बताया कि स्ट्रे डॉग्स को पहले रेस्क्यू किया जाता है, उनकी देखभाल की जाती है. उसके बाद अडॉप्टेशन का प्रोसेस आगे बढ़ता है. अडॉप्टेशन को लेकर सोशल मीडिया सहारा भी लिया जाता है. उन्होंने कहा कि देसी ब्रीड को अडॉप्ट करने में भारतीय कम रुचि दिखाते हैं ऐसे में हमें विदेशों कर रुख करना पड़ता है. इंटरनेशनल अडॉप्टेशन एजेंसी के माध्यम से से डॉग्स का विदेशों में अडॉप्टेशन कराया जाता है.
अडॉप्टेशन की प्रक्रिया