नई दिल्ली/नोएडा:उत्तर प्रदेश में चिकित्सक स्थानांतरण में बड़ी गड़बड़ियां हुई हैं. प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) संवर्ग के लेवल वन के डॉक्टरों के स्थानांतरण में बड़े पैमाने पर हुईं गड़बड़ियों के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक (प्रशासन) राजा गणपति आर ने दो दिनों के भीतर चिकित्साधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. जिलों के ऐसे 22 मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और सात अस्पतालों के निदेशक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) व चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है. इस दौरान कुल 29 चिकित्साधिकारियों को नोटिस दी गई है, जिन्होंने डॉक्टरों से संबंधित गलत जानकारी उपलब्ध कराईं.
स्थानांतरण प्रक्रिया में एक बड़ा घोटाला हुआ है. इसमें दो तरह की गड़बड़ियां किए जाने का जिक्र किया गया है. जिलों से अधिकारियों ने पीएमएस संवर्ग में न आने वाले आयुष व दंत चिकित्सकों की गलत जानकारी देकर उनका भी स्थानांतरण करा दिया. जबकि, यहां से उनका तबादला हो ही नहीं सकता. वहीं, लेवल टू और लेवल थ्री के डॉक्टरों की सूचना लेवल वन के डॉक्टर के रूप में देकर उनका स्थानांतरण करा दिया. जबकि, लेवल टू और लेवल थ्री के डॉक्टरों का स्थानांतरण शासन स्तर से किया जाता है, महानिदेशालय स्तर से नहीं हो सकता. मनमाने ढंग से स्थानांतरण करने के लिए 29 चिकित्सा अधिकारियों को नोटिस दी गई है.