नई दिल्ली/नोएडा :कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया था. कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण से होने वाली मौतें, पहली लहर की तुलना में कई गुना ज्यादा थी. कोरोना की दूसरी लहर का असर नोएडा में भी दिखा. कोरोना की दूसरी लहर में ऐसे कई मौके आए जब अपने ही अपनों के शवों को छूने से मना कर रहे थे. ऐसे में प्रशासन ने उन शवों का अंतिम संस्कार कराने का जिम्मा उठाया. नोएडा के सेक्टर-30 के जिला अस्पताल में काम करने वाले शव वाहन चालक कृष्णकांत उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 200 शवों को श्मशान तक पहुंचाया.
शव वाहन चालक कृष्णकांत उपाध्याय ने बताया कि महज 2 महीने के अंदर उन्होंने करीब 200 लोगों का दाह संस्कार कराया. वे कोरोना से होने वाली मौतों के शवों को सेक्टर 94 स्थित श्मशान घाट ले जाते थे, जहां इन शवों का अंतिम संस्कार किया जाता था.
कोरोना काल में जब अपनों ने छोड़ा तो इन्होंने शवों को श्मशान तक पहुंचाया
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया था. कोरोना की दूसरी लहर में मरने वालों की संख्या पहली लहर की तुलना में कहीं ज्यादा थी. हालात इतने बुरे थे कि अस्पतालों के साथ-साथ श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी रहती थी. ऐसे में उन
कोरोना दूसरी लहर में मौत
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कृष्णकांत सिर्फ जिला अस्पताल से ही नहीं बल्कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के साथ सोसाइटीओ और सेक्टरों में मरने वाले लोगों के शव भी ले जाते थे. इस दौरान उन्होंने करीब 200 शवों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचाने का काम किया है.