नई दिल्ली/नोएडा:: पूरे देश में नए साल का जश्न मनाया गया. इस चकाचौंध रोशनी के बीच एक वर्ग ऐसा भी है. जो इस कड़कड़ाती ठंड में सड़क पर खुले आसमान में रात बिताने को मजबूर है. यह वर्ग वो बेसहारा लोग है. जो रैन बसेरों के बारे में जानकारी न होने की वजह से न जानें कई सालों से इस हाड़ कपा देने वाली ठंड में नोएडा के सड़को पर सोने को मजबूर है.
प्लास्टिक की शीट ओढ़कर गुजरते हैं रात
ईटीवी भारत ने पड़ताल की तो नए साल के जश्न के बीच एक तस्वीर सामने आई. जिसमें नोएडा के सड़को पर लोग खुले आसमान में सर्द हवाओं और कड़ाके की ठंड के बीच सोने को मजबूर दिखाई दिए. खुले आसमान में सो रहे इन लोगों ने हमसे अपना दर्द बयां किया. जिसमें रिक्शा चालकों ने बताया कि वो अपना रिक्शा कहीे और नहीं छोड़ सकते क्योकि रिक्शा ही उनकी कमाई का एक मात्र जरिया है. ऐसे में मजबूरन उन्हें खुले में सोना पड़ता है.