नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में सड़क हादसे में घायल हुई बुलंदशहर की एक छात्रा पिछले 50 दिनों से भर्ती है. गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली लड़की के माता-पिता इलाज के मद में अब तक कर्ज लेकर 20 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं, लेकिन अब भी लड़की की हालत गंभीर बना हुई है. हारकर अब उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इलाज की गुहार लगाई है.
सड़क हादसे में घायल माही के परिजन बता दें कि मामला बुलंदशहर के चंदेरू गांव का है. चंदेरू की रहने वाली माही(18) का 6 जून को स्कूल जाते समय एक्सीडेंट हो गया. इस हादसे में वह बुरी तरह घायल हो गई. उसको बुलंदशहर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे ग्रेटर नोएडा के लिए रेफर कर दिया गया. परिजनों ने 6 जून को माही को ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया. उनके पास आयुष्मान कार्ड था तो उन्हें लगा कि इससे माही का पांच लाख तक का इलाज मुफ्त में हो जाएगा. गंभीर चोट लगने की वजह से माही की सर्जरी करनी पड़ी लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने आयुष्मान कार्ड को स्वीकार नहीं किया.
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माही के पिता एक ड्राइवर हैं और घर की हालत भी बहुत खस्ता है. इलाज के लिए उन्होंने कर्ज या घर के सामान को गिरवी रखकर पैसे का इंतजाम किया था. माही की मां सोनू ने बताया कि उनके पास अब खाने के भी पैसे नहीं बचे हैं और बेटी की हालत भी नाजुक बनी हुई है. अब तक वे अस्पताल में 20 लाख रुपए जमा करा चुके हैं लेकिन इलाज आगे जारी रहना है. अस्पताल में और पैसे जमा कराने हैं. अस्पताल वाले बेटी को घर ले जाने की बात कह रहे हैं. अस्पताल में बेटी के साथ रह रही मां का रो-रो कर बुरा हाल है. एक तरफ बेटी जिंदगी और मौत से लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ से इनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं है।
मदद की गुहार के लिए लिखा गया पत्र माही के पिता और परिवार वाले उसके इलाज के लिए सभी से गुहार लगा चुके हैं. उन्होंने सिकंदराबाद के विधायक लक्ष्मी राज सिंह और पूर्व मंत्री अनिल शर्मा से भी माही के इलाज की गुहार लगाई है लेकिन अभी तक कहीं से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली है. हर तरफ से थक-हार कर अब परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी बेटी का इलाज करवाने की गुहार लगाई है.
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