नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:गुरुग्राम में चिंटल पैराडिसो सोसाइटी की घटना के बाद से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भी सकते में है, जिसे लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में बनी हाई राइज इमारतों की जांच करने का फैसला लिया गया है. यह फैसला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण द्वारा बैठक में लिया गया. बैठक में प्राधिकरण के सीईओ ने अधिकारियों की एक समिति का गठन किया साथ ही हाई राइज बिल्डिंगों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर भी तैयार किया जाएगा.
इससे पहले प्राधिकरण द्वारा ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी कांड 2018 में भी दिल्ली आईआईटी से जांच कराई गई थी. वहीं सभी बिल्डरों को बहुमंजिला इमारतों की सुरक्षा के संबंध में प्राधिकरण की बेबसाइट पर विस्तृत जानकारी अपलोड करना अनिवार्य होगा.
गुरुग्राम हादसे के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने भी हाईराइज बिल्डिंगों में स्ट्रक्चरल सेफ्टी के लिए उठाए जा रहे कदमों का फिर से विस्तृत अध्ययन कराने का निर्णय लिया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने इसके लिए समिति बना दी है. यह समिति आईआईटी के विशेषज्ञों की मदद से परखेगी कि हाईराइज बिल्डिंगों के स्ट्रक्चरल सेफ्टी को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है, ताकि ग्रेटर नोएडा में बनने वाली बहुमंजिला इमारतों की मजबूती में कोई कमी न रह जाए. वहीं खरीददारों को सुरक्षा के संबंध में आसानी से जानकारी भी प्राप्त हो सके.