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नोएडा: कंटेनमेंट जोन में खुले उद्योग, सरकार को ऐसे होगा फायदा

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Published : Jun 2, 2020, 5:33 PM IST

तकरीबन 2 महीने बाद गौतमबुद्ध नगर में स्थित कंटेनमेंट जोन में उद्योग खुलेंगे. NEA अध्यक्ष विपिन मल्हन ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में सिटी मजिस्ट्रेट और सीएमओ के नेतृत्व में दौरा किया गया, उसके बाद उद्योगों को चलाने की अनुमति दी गई है.

Gautam Budh Nagar administration permission to open industries in Containment Zone
नोएडा के कंटेनमेंट जोन में उद्योग खुले

नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन में उद्योगों को खोलने की अनुमति दे दी है. तकरीबन 2 महीने बाद कंटेनमेंट जोन में उद्योग खुलेंगे. अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए यह कवायद शुरू की गई है. नोएडा एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कंटेनमेंट जून में उद्योग खुलने से तकरीबन 2 हज़ार उद्योग शुरू होंगे और 80 हज़ार से ज़्यादा मज़दूरों को काम मिलेगा.

गौतमबुद्ध नगर में जिला प्रशासन ने उद्योगों को खोलने की अनुमति दी
सरकार को होगा फ़ायदा


NEA अध्यक्ष विपिन मल्हन ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में सिटी मजिस्ट्रेट और सीएमओ के नेतृत्व में दौरा किया गया. उद्योगों को चलाने की अनुमति दी गई है. ऐसे में कंटेनमेंट जोन में झुग्गी झोपड़ियों का रास्ता और उद्योगों के आने-जाने का रास्ता अलग कर दिया गया है. ऐसे में कंटेनमेंट जोन की बात करें तो तकरीबन 1800 उद्योग खोलने शुरू हो गए हैं. जिससे 80 हज़ार श्रमिकों को काम मिलेगा और राज्य सरकार को तकरीबन 200 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में प्राप्त होगा.

नोएडा में खुले उद्योग
बॉर्डर सीलिंग से उद्योग चलाने में हो रही समस्या


NEA के जनरल सेक्रेटरी बीके सेठ ने बताया कि उद्योग चलाने के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में बताया. उनका कहना है कि नोएडा से सटे दिल्ली के कुछ इलाके कोंडली, न्यू अशोक नगर, त्रिलोकपुरी से हजारों की संख्या में मजदूर आते हैं. लेकिन बॉर्डर सील होने की वजह से मजदूर फैक्ट्रियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. यह बड़ी समस्या है जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. वहीं बॉर्डर पर सीलिंग के चलते रॉ मटेरियल की कुछ गाड़ियां भी लौटाई जा रही हैं, यह भी एक समस्या है.

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