नई दिल्ली/नोएडा:राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर जिले से प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में प्रवासी मजदूर पलायन कर रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान मजदूरों का कहना है कि उनके पास ना तो नौकरी है और ना ही खाने के लिए खाना. इसलिए वे अपने पैतृक गांव जाने के लिए निकल रहे हैं.
प्रवासियों पर ड्रोन से निगरानी ड्रोन कैमरे से निगरानी
खासतौर से जो एरिया हॉटस्पॉट घोषित है प्रवासी मजदूर वहां से निकल रहे हैं. चारों तरफ से बेरिकेटिंग के बावजूद भी पुलिस और प्रशासन से नजरें बचाकर ये लोग निकल रहे हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सभी हॉटस्पॉट एरिया में ड्रोन कैमरे के माध्यम से निगरानी करने का काम किया गया है.
हर गतिविधि पर नजर
प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे से हॉटस्पॉट एरिया की निगरानी इसलिए की जा रही है ताकि कोई व्यक्ति हॉटस्पॉट एरिया से किसी भी तरह से निकल ना पाए. ड्रोन से यह जानकारी मिल जा रही है कि 1 से ज्यादा लोग कहां इकट्ठा हो रहे हैं ताकि उसे आसानी से कवर किया जा सके।
कोरोना फैलने का खतरा
प्रशासन का कहना है कि कोविड-19 महामारी की बढ़ती हुई चैन को तोड़ने के लिए कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित कर सील किया गया है.
वहां से निकलकर कोई बाहर न जाए और यह बीमारी आगे न फैले इसलिए लोगों के निकलने पर प्रतिबंध लगाया गया है और लोगों की निगरानी ड्रोन कमरे से की जा रही है। ताकि कोरोना वायरस की चैन को तोड़ा जा सके.