नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा की थाना फेज-3 की पुलिस ने फर्जी कंपनी बनाकर फ्रेंचाइजी देने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं इनका एक साथी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इनके पास से करीब आठ करोड़ रुपये का सामान बरामद किया गया है जिसमें दो करोड़ का सोना, चांदी, 13.50 लाख की नकद, 5 कारें, 63 लैपटॉप और 27 मोबाइल फोन सहित अन्य सामान शामिल हैं.
ठगी करने वाले चार गिरफ्तार ठगी करने वाले चार गिरफ्तार
पुलिस को कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि हाईपर मार्ट नाम की एक कंपनी है जो फ्रेंचाइजी देने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रही है. पहले आठ लोगों ने तहरीर दी. उसके बाद 22 अन्य लोगों ने कंपनी के खिलाफ शिकायत दी. मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने मुखविर की सूचना के आधार पर चार अभियुक्तों को सी-50 सेक्टर-63 के पास से गिरफ्तार किया. वहीं मौके से मास्टर माइंड फरार हो गया. पकड़े गए आरोपियों में अंकुर उर्फ सोनू वर्मा उर्फ छोटू उर्फ अजय शर्मा, सुनील मिस्त्री, रविन्द्र कुमार और सुनील कुमार है. अंकुर उर्फ सोनू उर्फ राजेश कुमार उर्फ राजेश आडवाणी फरार है.
जानिए क्या क्या हुआ बरामद
पकड़े गए आरोपियों के पास से 3 किलो 330 ग्राम सोने के बिस्किट व जेवर जो लगभग 2 करोड़ रुपये के हैं. 242 ग्राम चांदी के सिक्के व गहने, 13 लाख 54 हजार 550 रुपये नगद, एक मर्सिडीज सहित 5 कारें, 63 लैपटॉप, 27 मोबाइल फोन, 4 एलईडी, 4 यूपीएस, 5 प्रिन्टर, 26 थर्मल प्रिन्टर, 37 बार कोड स्कैनर, 2 पेटी प्रिन्टर रोल, 2 इन्टरनेट डिवाइस, 5 डीवीआर, 1 स्वैप मशीन बिजनेस, 4 चार्जर, 2 राउटर इंटरनेट, 2 लैंडलाइन टेलीफोन, 2 थम्ब स्कैनर, 27 की बोर्ड, 19 माउस, 12 कम्प्यूटर मॉनिटर, 117 एटीएम कार्ड, 96 चेक बुक, 69 पैन कार्ड, 9 आधार कार्ड, 19 वोटर आईडी कार्ड, 17 ड्राइविंग लाइसेन्स और 23 मोहरें विभिन्न नाम की बरामद हुई है.
डीसीपी सेंट्रल जोन ने दी जानकारी
डीसीपी सेंट्रल जोन हरीशचंद्र ने बताया कि इन लोगों ने कई राज्यों में लोगों के साथ ठगी की है. पुलिस के पास गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मेरठ सहित कई जगह से शिकायतें मिली हैं. इन लोगों ने 2019 में नोएडा में कंपनी खोली. इनके बैंक अकाउंट भी उसी समय के हैं जो फर्जी पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि फ्रेंचाइजी के नाम पर लिए गए पैसे से इन लोगों ने काफी संपत्ति बनाई है. इन लोगो के तीन फ्लैटों का भी पता चला है. जांच में इनके 90 बैंक खातों की भी जानकारी मिली है. उनके बारे में भी बैंकों से डिटेल जानकारी मांगी गई है.
डीसीपी ने बताया कि फिलहाल इनकी पांच फर्जी कंपनियों का पता चल गया है. उम्मीद है कि ये लोग देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग सौ से ज्यादा फर्जी कंपनियां चला रहे हैं.उनके बारे में भी जानकारी प्राप्त की जा रही है.