नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 24 में स्थित ESI अस्पताल में आग लगने से अफरा तफरी मच गई. मरीजों और तीमारदारों को बाहर निकाला गया तो वहीं फायर ब्रिगेड की दर्जनों गाड़ियों ने आग पर काबू पाया लिया है. राहत की बात ये है कि अस्पताल से सभी लोग सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए.
Noida ESI अग्निकांड: 1 महीने पहले हुआ था मॉक ड्रील, फिर भी कमियां नहीं हुई ठीक - नोएडा खबर
मिली जानकारी के मुताबिक आग लगने के वक्त फायर अलार्म नहीं बजा और साथ ही फायर फाइटिंग सिस्टम भी नहीं कर रहा था काम. बता दें एक महीने पहले फ़ायर विभाग की तरफ़ से मॉक ड्रिल का भी आयोजन अस्पताल में किया गया था, लेकिन तब भी अधिकारियों ने इसपर ध्यान नहीं दिया.
![Noida ESI अग्निकांड: 1 महीने पहले हुआ था मॉक ड्रील, फिर भी कमियां नहीं हुई ठीक Fire system is not working in esi hospital noida](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5650763-409-5650763-1578566826311.jpg)
मिली जानकारी के मुताबिक आग लगने के वक्त फायर अलार्म नहीं बजा और साथ ही फायर फाइटिंग सिस्टम भी नहीं कर रहा था काम. बता दें एक महीने पहले फ़ायर विभाग की तरफ़ से मॉक ड्रिल का भी आयोजन अस्पताल में किया गया था, लेकिन तब भी अधिकारियों ने इसपर ध्यान नहीं दिया.
'नहीं बजा फायर अलार्म'
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह 8 बजे यह आग लगी थी, लेकिन इन सबके बीच चौंकाने वाली बात यह थी कि फायर फाइटिंग सिस्टम पूरी तरीके से खराब पड़े थे. फिलहाल सभी मरीजों को अस्पताल से बाहर निकालकर निजी अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है. ऐसे में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को दोबारा पानी रिफिल करने के लिए पास के स्टेशनों में जाना पड़ रहा था. साथ ही हॉस्पिटल को फायर एनओसी भी नहीं मिली है. ऐसे में सवाल ये है कि यह आग अगर देर रात लगी होती तो बड़ा हादसा हुआ होता, तब इसकी जिम्मेदारी किसकी होती.