नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: आज पूरी दुनिया में मदर्स-डे मनाया जा रहा है. सभी बच्चे अपनी माताओं को बधाई दे रहे हैं. कोई पेंटिंग बना कर मां को बधाई दे रहा है तो कोई फेसबुक में फोटो और प्रोफाइल पिक्चर अपडेट कर तो कोई कविता सुना कर.
महिला पुलिसकर्मी अमरीश ने क्या कहा हालांकि लॉकडान के दौरान बहुत सारीं कोरोना वॉरियर्स माताएं ऐसी भी है, जिन्होंने महीने भर से अपने जिगर के टुकड़ों को ना देखा है ना पुचकारा है. मदर्स-डे पर ऐसी ही एक मां है महिला पुलिसकर्मी अमरीश राणा.
बच्चों ने वीडियो कॉल कर दी बधाई
अमरीश एक मां का फर्ज और ड्यूटी का धर्म दोनों निभा रही हैं. ग्रेटर नोएडा के बीटा थाने में तैनात यह महिला सिपाही इस कोरोना काल में अपना कर्तव्य निभा रही हैं. इनके बच्चे इनसे दूर रह रहे हैं.
करीब 40 से 50 दिन से अमरीश की बच्चों से मुलाकात नहीं हुई है. आज बच्चों ने वीडियो कॉल करके अपनी मां को मदर्स-डे विश किया. इस दौरान महिला पुलिसकर्मी भावुक हो गईं.
गांव में बेटा-बेटी
कम्प्यूटर पर कार्य करती यह महिला पुलिसकर्मी अमरीश राणा दो बच्चों की मां हैं. एक बेटी और बेटा, दोनों ही बच्चे छोटे हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते वह अपने बच्चों से नहीं मिल पाई है.
आज मदर्स-डे पर उनके दोनों बच्चों ने उनको वीडियो कॉल कर मदर्स-डे की बधाई दी. अमरीश राणा ने बताया होली पर छुट्टियों के दौरान उनकी अपने बच्चों से मुलाकात हुई थी. उसके बाद से उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई है. बेटा और बेटी गांव में रह रहे हैं. दोनों ही काफी छोटे हैं ओर मिलने की जिद कर रहे हैं.
बच्ची अस्थमा की मरीज
कोरोना संक्रमण के चलते ड्यूटी काफी सख्त चल रही है. इसलिए बच्चों से कोई मुलाकात नहीं हो पाई है. बिटिया को अस्थमा की दिक्कत है, लेकिन उसके बावजूद भी बच्चों के पास नहीं जा सकती. बेटा 10 वर्ष का है तो बेटी 5 वर्ष की है. इस समय दोनों को उसके पापा ही संभाल रहे हैं.
12 घंटे की ड्यूटी
अमरीश राणा इस समय बीटा-2 थाने की ऐच्छर चौकी पर तैनात हैं और करीब 12 घंटे ड्यूटी कर रही हैं. इसके अलावा कोई एमर्जेंसी आने पर बाहर भी जाना पड़ रहा है. कुछ दिन पहले ही ये होस्टल से एक छात्रा को गुरुग्राम छोड़कर आ चुकी हैं.