दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने शुरू किया अखंड रामायण का पाठ

नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर 12 दिन से लगातार धरने पर बैठे किसानों ने आज शनिवार से धरना स्थल पर अखंड रामायण का पाठ शुरू किया है.

Farmers started Ramayana on the chilla border
चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने शुरू किया अखंड रामायण का पाठ

By

Published : Dec 12, 2020, 6:59 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा:नोएडा के सेक्टर 14ए स्थित चिल्ला बॉर्डर पर 12 दिन से लगातार धरने पर बैठे किसानों ने शनिवार को धरना स्थल पर अखंड रामायण का पाठ शुरू की है. किसानों का कहना है कि यह अखंड रामायण नेताओं को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से किया जा रहा है. जो 24 घंटे तक लगातार चलता रहेगा. जब तक सरकार द्वारा हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. रोज एक नए कार्यक्रम का आयोजन होता रहेगा.

चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने शुरू किया अखंड रामायण का पाठ
लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसान और सरकार से चल रही कई दौर की वार्ता विफल होने के बाद आज नोएडा के सेक्टर 14a स्थित भारतीय किसान यूनियन भानु के बैनर तले किसानों ने अखंड रामायण का पाठ धरना स्थल पर शुरू किया है. किसानों का मानना है कि अखंड रामायण किए जाने से सरकार को सद्बुद्धि आएगी और वह किसानों द्वारा की जा रही मांग को मान लिया जाएगा. किसानों का यह भी मानना है कि धरना स्थल पर अखंड रामायण किए जाने से वातावरण शुद्ध हो जाता है. और धरने पर बैठे किसानों के जोश में और बढ़ोतरी होगी. उनका यह भी कहना है कि 24 घंटे के अखंड रामायण के बाद भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा.


बता दें कि आज सुबह हुई तेज बारिश और तेज हवाओं के चलते किसानों का धरना प्रभावित हुआ था. जिसे देखते हुए आज किसानों ने धरना स्थल पर टेंट के अंदर त्रिपाल लगाने का काम किया है. ताकि धरने पर बरसात और सर्दी का असर ना हो सके.


किसानों का कहना धरना स्थल पर अखंड रामायण और सरकार से कई दौर की हुई वार्ता विफल होने के संबंध में भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय प्रवक्ता सतीश चौधरी ने बताया कि किसान पूजा पाठ और देवी-देवताओं में आस्था रखता है. और इस अखंड रामायण करवाए जाने से यह उम्मीद की जा रही है कि सरकार को सद्बुद्धि आएगी. और किसानों की मांगों को मान लिया जाएगा. साथ ही सरकार द्वारा किसान आयोग का गठन भी किया जाएगा. सरकार द्वारा जब तक इन मांगों को नहीं माना जाएगा तब तक हमारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details