नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 14 ए चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. वहीं सरकार के साथ हो रही चौथे दौर की वार्ता पर किसानों की नजर है. किसानों ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अगर बात नहीं बनीं, तो प्रदर्शन जारी रहेगा.
चिल्ला बॉर्डर पर डटे किसान वहीं नोएडा से दिल्ली बॉर्डर का रास्ता बंद था, जिसे किसानों के मानने के बाद 22 घंटे बाद दिल्ली से नोएडा रूट को खोला गया. किसान अपनी बात पर अड़े हैं और उनका कहना है कि एमएसपी में संशोधन नहीं किया गया, तो पीछे नहीं हटेंगे. साथ ही उनका कहना है कि वह 6 महीने का राशन लेकर आए हैं और जब तक मांगे पूरी नहीं होगी डटे रहेंगे.
'सरकार की हां या न पर टिकी नजरें'
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि किसान लगातार यही अपील कर रहे हैं कि एमएसपी की रेट पर पूरी फसल खरीद की गारंटी हो. एमएसपी को लिखित रूप में कानून बनाकर कार्यान्वयन किया जाए. एमएसपी से कम की खरीद होती है, तो उसे कानूनी अपराध की श्रेणी में लाया जाए. भारतीय किसान यूनियन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने नेशनल हाईवे पर और दिल्ली बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है, लेकिन किसानों ने कब्जा नहीं किया. किसान अपनी मांगों को लेकर बॉर्डर पर बैठे हैं और मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान दिल्ली कूंच करेंगे.
'मां पूछती है जिंदा हो'
वहीं किसानों का कहना है कि जब तक किसान बिल वापस नहीं होगा या एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाएगी, तब तक किसान वापस नहीं जाएगा. किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने दर्द बयां करते हुए कहा कि घर पर मां-बहन फोन कर यही पूछते हैं कि 'जिंदा हो'? किसानों को अच्छा नहीं लगता है कि वह इस तरीके खुले आसमान में रात्रि गुजारे. लेकिन सरकारों ने मजबूर किया, तो देश का किसान एक साथ सड़कों पर उतर आया और आवाज बुलंद कर रहा है.