नई दिल्ली/नोएडा :संघ लोक सेवा आयोग ने सोमवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा के परिणाम घोषित किए हैं. घोषित परिणाम में दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा गांव में रहने वाले आलोक भाटी को ऑल इंडिया रैंक 413 मिली है. वह बतौर आईपीएस अफसर देश की सेवा करेंगे. आलोक भाटी किसान परिवार से हैं. वह अपने पिता के साथ मिलकर परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दूध बेचते हैं. पहले गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई की. उसके बाद दादरी के इंटर कॉलेज में पढ़े. पूरी पढ़ाई हिंदी मीडियम में की है. इसे लेकर आलोक भाटी के परिवार के साथ पूरे गांव में खुशी का माहौल है.
आलोक भाटी दादरी तहसील के गांव चिटहैरा के रहने वाले हैं. उनके पिता अजीत भाटी किसान हैं. आलोक और उनके पिता परिवार को संभालने के लिए दूध बेचने का काम करते हैं. आलोक के पिता अजीत ने बताया कि आलोक की दिनचर्या बेहद सामान्य है. वह सुबह उठकर गाय-भैंसों को चारा खिलाते हैं. उसके बाद दूध निकालते हैं और बेचने चले जाते हैं. वापस लौटकर पढ़ाई-लिखाई करते हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. आलोक भाटी शुरू से मेधावी छात्र हैं. हालांकि, उनकी पूरी पढ़ाई गांव के प्राइमरी स्कूल और दादरी के इंटर कॉलेज में हिंदी माध्यम से हुई है.
दूध बेचने वाले आलोक हिंदी मीडियम से पढ़ाई कर बने IPS
संघ लोक सेवा आयोग ने सोमवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा के परिणाम घोषित किए हैं. घोषित परिणाम में दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा गांव में रहने वाले आलोक भाटी को ऑल इंडिया रैंक 413 मिली है. वह बतौर आईपीएस अफसर देश की सेवा करेंगे. आलोक भाटी किसान परिवार से हैं. वह अपने पिता के साथ मिलकर परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दूध बेचते हैं.
किसान का बेटा बना आईपीएस
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आलोक के पड़ोसी मनोज का कहना है कि परिवार के सारे बच्चे पढ़ने में मेधावी हैं. आलोक के पिता अजीत सिंह भाटी सामान्य किसान हैं और मां सुनीता गृहणी हैं. अजीत सिंह ने शुरू से ही बच्चों को पढ़ाई-लिखाई की तरफ प्रेरित किया. इसका पूरा फायदा मिला है. उनके तीनों बच्चे बेहद सामान्य और पढ़ने में मेधावी हैं. आलोक की बहन पीएचडी कर रही है, जबकि बड़ा भाई दादरी में कारोबार करते हैं.ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप