नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक और किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत की 85 वी जयंती समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत की याद में हवन कराया गया.
महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती पर हवन करते किसान 'कमर्शियल योजनाओं में दिया जाएगा आरक्षण'
महात्मा महेंद्र सिंह टिकैत की 85वीं जयंती पर आयोजित किसान जागृति दिवस कार्यक्रम मनाया गया. इस आयोजन में महात्मा टिकैत की जयंती पर सुबह हवन कर उनके चित्र पर सभी ने पुष्प अर्पित किए. क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं महात्मा टिकैट जी की इस जयंती के अवसर पर आप सभी किसान भाइयों को आश्वस्त करता हूं कि किसानों की 64.7 प्रतिशत आबादी की बात और समस्याओं को सरकार के द्वारा जल्द ही निस्तारित करवाऊंगा.
यमुना विकास प्राधिकरण के एसीईओ रविंद्र कुमार ने कहा कि प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले सभी किसानों को कमर्शियल योजनाओं में भी आरक्षण दिया जाएगा. और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले किसानों के बच्चों को रोजगार के लिए उसमें लगने वाली हर इंडस्ट्रीज में 25% भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी.
डीसीपी राजेश कुमार और एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने भी क्षेत्रीय किसानों को पूर्ण रूप से आस्वस्त किया कि हम आपकी सुरक्षा और प्रशासन की तरफ से आपको किसी तरीके की भी कोई परेशानी नहीं आने देंगे. किसानों के समाधान लिए हमेशा अधिकारियों के दरवाजे खुले रहेंगे.
किसानों ने दोहराई 64.7% मुआवजे की मांग
किसानों को उनकी जमीन का 64.7% मुआवजा और उनके घरों की छत, जो उनकी आबादी जहां पर है जैसी है, के आधार पर छोड़ी जाए. किसान नेता सुभाष चौधरी ने कहा कि उपरोक्त सभी समस्याओं को सरकार और सरकार के अधिकारी और जनप्रतिनिधि समय रहते हुए निस्तारित करें. अन्यथा भारतीय किसान यूनियन क्षेत्र में एक बड़ा आंदोलन करके आदरणीय टिकैत साहब के मार्गों पर चलकर किसानों को उनका हक दिलाएंगे.
जिला अध्यक्ष अनित कसाना ने कहा कि सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी संगठन को मजबूत करें और आंदोलन के लिए हर समय तैयार रहें. जैसे ही कोविड-19 महामारी से देश में कुछ छूट मिलेगी तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
इस मौके पर लज्जाराम प्रधान, पवन खटाना, सुभाष चौधरी, अनित कसाना, सुनील प्रधान, फिरे राम तोगर, शमशाद सैफी, परविंदर अवाना, सुरेंद्र नागर, मनजीत सिंह, हरेंद्र भाटी, राजे प्रधान, रजनीकांत अग्रवाल, अनिल खटाना, संदीप खटाना, गजेंद्र चौधरी, रविंदर भगत जी, विपिन नंबरदार, योगी नंबरदार, इंदरजीत कसाना, संदीप जैन, बेली भाटी, अमित डेढ़ा, भरत सिंह, विपिन तवर, महेश खटाना, ओमी, अनिल, विनोद प्रधान, धीरेंद्र नंबरदार, प्रमोद सफीपुर, जगत प्रधान, पंकज नागर, धर्मपाल स्वामी, देवी राम, सुभाष, भिकारी प्रधान, चाहत मास्टरजी, चंद्रपाल बाबूजी, सुरजन सिंह, रमेश पंडित जी, संजय रामपुर, विकास नीमका, महेश चौराली, लाला चौधरी, जगपाल नेता, सचिन नागर, जयप्रकाश आर्य और अशोक भाटी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे.