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नोएडा में योजनाओं से कोसों दूर खुले आसमान के नीचे रहने वाले परिवार - people living on the sidewalk

एनसीआर में इस समय बारिश के बाद सर्द हवाएं चल रही हैं और हड्डी गला देने वाली ठंड पड़ रही है. इस कड़ाके की ठंड में उत्तर प्रदेश का शो विंडो और औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले नोएडा शहर का हाल यह है कि यहां बहुत से ऐसे परिवार हैं, जो सरकार की तमाम योजनाओं और प्रशासन की अनदेखी के चलते खुले आसमान के नीचे छोटे बच्चों के साथ आग के सहारे रात गुजारने को मजबूर हैं. पढ़िए पूरी खबर...

खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर
खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर

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Published : Jan 11, 2022, 4:43 PM IST

Updated : Jan 11, 2022, 6:34 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा :तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनावी दौर में आम जनता से हजारों दावे और वादे करती हैं, पर वह दावे और आश्वासन की जमीनी हकीकत किसी से छिपी नहीं है. सेक्टर 21ए के पास फुटपाथ पर तिरपाल के नीचे रहने वाले गरीब परिवार के लोगों ने बताया कि यहां बड़ों से लेकर मासूम छोटे बच्चे भी हैं. ओढ़ने से लेकर बिछाने तक के सामान उनके भीग चुके हैं.

इसके चलते बिना किसी मदद के शाम होते ही आग जलाते हैं और उसी के सहारे पूरी रात बिता देते हैं. इन परिवारों से चंद कदम की दूरी पर प्रशासन ने रैन बसेरा भी बनाया है, पर उसका भी इन्हें कोई लाभ नहीं मिलता है. इन लोगों का कहना है कि छोटे बच्चे होने के चलते गार्ड उन्हें रैन बसेरे में रहने नहीं देते.

सरकारी योजनाओं से कहीं दूर है नोएडा के ये लोग

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प्रशासन ने ठंड से बचने के लिए रैन बसेरे बनाए हैं, लेकिन उसका भी इन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है. फुटपाथ किनारे तिरपाल के नीचे आग सेंक रहे एक परिवार ने बताया कि रोज हम नई मुसीबतों का सामना करते हैं. हमारा कोई साथ नहीं देता. शासन-प्रशासन से आज तक हमें कोई मदद नहीं मिली. करीब छह महीने से हम नोएडा में फुटपाथ किनारे खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं.

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Last Updated : Jan 11, 2022, 6:34 PM IST

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