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मृत व्यक्ति के अकाउंट से डेढ़ करोड़ निकालने की कोशिश, पुलिस ने दबोचा

नोएडा पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो मृत व्यक्ति के अकाउंट से फर्जी तरीके से डेढ़ करोड़ रुपये निकालने का प्रयास कर रहा था.

noida sector 20 police
नोएडा सेक्टर 20 पुलिस

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Published : Jul 11, 2020, 11:03 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा के थाना सेक्टर-20 पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसके द्वारा 7 साल पहले एक मरे हुए व्यक्ति के अकाउंट से फर्जी तरीके से डेढ़ करोड़ रुपये निकालने का प्रयास किया जा रहा था. इस बारे में थाना क्षेत्र के सेक्टर-18 स्थित आईसीआईसीआई बैंक की ओर शिकायत दर्ज करवाई गई थी. आरोपी मरे हुए व्यक्ति के अकाउंट का स्वामी स्वयं को बता रहा था. यही नहीं, शातिर ने फर्जी तरीके से पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य दस्तावेज भी बनवाए थे.

पुलिस की गिरफ्त में शातिर

बताया जा रहा है कि पकड़े गए व्यक्ति की गैंग में करीब 8 से 9 लोग शामिल हैं, जिनके द्वारा इस तरह के काम किए जाते हैं. शातिर गैंग के मेंबर मृत व्यक्ति के बैंक अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को बदल कर अपना नंबर रजिस्टर्ड करवाकर फर्जी तरीके से पैसा निकालने का काम करते हैं. इनके आपराधिक इतिहास के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है.

फर्जी दस्तावेज भी बरामद

नोएडा के थाना सेक्टर-20 पुलिस को शिकायत दी गई थी कि सेक्टर-18 स्थित आईसीआईसीआई बैंक में एक व्यक्ति स्वयं को एक ऐसे बैंक अकाउंट का स्वामी बता रहा है. जो बैंक अकाउंट पूर्व से फ्रीज है. असल खाता धारक की मृत्यु 2003 में हो चुकी है. नया व्यक्ति फर्जी तरीके से पैन कार्ड ,वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर बैंक अकाउंट से संबंधित मोबाइल नंबर को बदलवाने का प्रयास कर रहा है. इस सूचना पर थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए मौके पर जाकर बबलू विश्वास पुत्र शांति रंजव विश्वास निवासी जी /78-b पांडव नगर दिल्ली को फर्जी पैन कार्ड, वोटर आई कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.

पश्चिम बंगाल का रहने वाला है आरोपी

पूछताछ में आरोपी बबलू विश्वास ने बताया कि उसके अन्य साथी भी हैं, जिनका नाम विजय गोयल, समीर खान, मोंटी, शेरपाल, वीरेंद्र सहित दो अन्य व्यक्ति शामिल हैं. आपको बता दें कि मरने वाला व्यक्ति अहमदाबाद का रहने वाला है और उसकी मृत्यु 2003 में हो चुकी है. उसके अकाउंट में डेढ़ करोड़ रुपये वर्तमान में है, जिसका कोई वारिस ना होने के चलते बैंक ने अकाउंट को फ्रीज कर रखा है. आरोपी द्वारा उस अकाउंट को अपना बताया जा रहा था, जिस पर शक होने पर बैंक ने पुलिस से शिकायत की है. आरोपी मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला है.


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