नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण को लेकर पूरे प्रदेश में काम का बहिष्कार किया जा रहा है. इसी सिलसिले में दूसरे दिन भी काम का बहिष्कार कर लोगों का प्रदर्शन जारी है. तीन चरणों की बात विफल रही, नोएडा के बिजलीकर्मी भी काम का बहिष्कार कर रहे हैं.
'जरूरत पड़ी तो जाएंगे जेल' नोएडा के सेक्टर 16 के चीफ इंजीनियर ऑफिस में सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मचारी इकट्ठा हुए और कार्य का बहिष्कार किया. प्रदर्शन में मौजूद बिजली कर्मचारियों का कहना है कि आपात सेवाओं के लिए हमारे कर्मचारी काम कर रहे हैं. बाकी सभी तरीके कार्य फिलहाल बंद हैं. यूपीपीसीएल, यूपीपीटीसीएल और यूपी जनरेशन समेत सभी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं.
'नहीं रुकेगा आंदोलन, जरूरत पड़ी तो जाएंगे जेल'
AE वी.के त्यागी ने कहा कि सचिवालय में ऊर्जा मंत्री के नेतृत्व में मीटिंग की जाएगी. संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग होगी. शासन स्तर तक विद्युत विभाग की मांगे पहुंची हैं. विरोध-प्रदर्शन की तीव्रता से जहां जनता को एक तरफ परेशानी हुई, वहीं जनसमूह का समर्थन भी बढ़ा है. आंदोलन तब तक खत्म नहीं होगा जब तक पूरी तरीके से निस्तारण के प्रस्ताव को रोका नहीं जाएगा. वार्ता विफल रही तो बहिष्कार और तेज होगा, जेल भरो आंदोलन की तैयारी कर ली गई है. जरूरत पड़ी तो जेल भी जाएंगे.
बिजली कर्मचारियों ने एक स्वर में आवाज बुलंद करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो जेल भरो आंदोलन भी किया जाएगा. लेकिन निजीकरण नहीं होने देंगे. विद्युत कर्मचारियों ने कहा कि अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आज से आरंभ हुआ है. जब तक मांगे पूरी नहीं होंगे कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. विद्युत कर्मचारी करो या मरो की स्थिति में हैं.