नई दिल्ली/नोएडाःसेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों का रिकॉर्ड रखा जाता है. अप्रैल में, अगर देखा जाए तो यहां सीएनजी के माध्यम से 738 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है. बताया जा रहा है कि यह सभी लोग कोरोना से ग्रसित थे. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को कोरोना से संबंधित रिपोर्ट जारी की गई. इसमें बताया गया कि अब तक जिले में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या मात्र 137 है. प्रशासन का कहना सच है या अंतिम निवास का रजिस्टर सच बोल रहा है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा.
संक्रमितों के मौत के आंकड़ों में फर्क शव को ले जाने वाले सरकारी वाहन चालक का कहना है कि प्रत्येक दिन वह 5 से 6 शव अंतिम निवास ले जा रहा है. इनकी मौत कोरोना वायरस से हुई हैं. प्रशासन द्वारा जारी आंकड़े और अंतिम निवास के आंकड़े में 601 लोगों का अंतर है.
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महज 24 दिन में 738 का दाह संस्कार
जिला प्रशासन कोरोना से संबंधित प्रतिदिन रिपोर्ट जारी करता है. इसके अनुसार जिले में अब तक 137 लोग कोरोना वायरस से मरे हैं. वहीं, अंतिम निवास दाह संस्कार के लिए लाये गए लोगों का आंकड़ा रजिस्टर में 738 है. वह भी 1 से 24 अप्रैल के बीच है. अंतिम निवास के 24 दिनों के आंकड़े में, 601 अधिक लोगों का दाह संस्कार हुआ है. हालांकि, अंतिम निवास के किसी भी कर्मचारी द्वारा कैमरे पर जानकारी देने से साफ मना कर दिया गया.
सेक्टर-94 कोरोना से मृत शवों को ले जाने वाले सरकारी वाहन के चालक केके उपाध्याय से जब ईटीवी भारत ने खास बातचीत की, तो उनका कहना है कि वह प्रतिदिन 5 से 6 शव अंतिम निवास ले जा रहे हैं. बीते 5 से 6 दिनों के बीच 20 से 25 शव ले जाया गया है. शव वाहन के चालक का कहना है कि सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास में मरने वालों की संख्या इस कदर ज्यादा है कि दाह संस्कार में लंबा समय लगने के चलते घंटों शव को वाहन में रखकर इंतजार करना पड़ता है.