नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:अक्सर बड़े अधिकारी जिला कारागार का निरीक्षण करने तो जाते हैं, लेकिन महिला बंदी सुधार गृह का निरीक्षण बहुत कम अधिकारी करते हैं. या यूं कहें कि उन्हें जरूरत महसूस नहीं होती महिला बंदियों का हालचाल जानने की. लेकिन गुरुवार को डीसीपी महिला एवं बाल सुरक्षा वृंदा शुक्ला जिला कारागार लुकसर पहुंची और महिला जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया.
मिशन शक्ति अभियान तृतीय के अंतर्गत डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने गौतमबुद्धनगर के महिला बंदी सुधार गृह का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीसीपी महिला सुरक्षा द्वारा महिला बंदियों व उनके साथ रह रहे बच्चों का हालचाल लिया गया और जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के बारे में भी महिला बंदियों से आवश्यक जानकारी ली गई. उनके द्वारा महिला बैरकों का निरीक्षण करते हुए जेल अफसरों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए.
महिला बंदी सुधार गृह का औचक निरीक्षण. ये भी पढ़ें:केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 15 गाड़ियों ने पाया काबू
महिला बंदी सुधार गृह का निरीक्षण करने गई डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने बताया कि लंबे समय से जेल में बंद महिला बंदियों ने अपनी बेल की समस्या की जानकारी दी जिस पर उनके द्वारा समस्या को नोट कर उसके जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया गया. उन्होंने ये भी बताया कि कुछ महिला बंदियों ने जेल में बंद अपने बच्चों को अपने रिश्तेदारों के पास भेजने का अनुरोध किया है जिसके संबंध में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष एवं सदस्यों और जेलर को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
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डीसीपी ने निरीक्षण के दौरान जेल की सभी व्यवस्थाओं को संतोषजनक पाया. कोरोना महामारी की दृष्टिगत भी जेल कर्मियों और महिला बंदियों से मास्क का प्रयोग करने, साफ-सफाई रखने और सैनिटाइजर आदि का इस्तेमाल करने के लिए भी निर्देशित किया. निरीक्षण के दौरान डीसीपी महिला सुरक्षा के साथ एसीपी महिला सुरक्षा, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष और अन्य सदस्य और पुलिस टीम मौजूद रही.