नई दिल्ली/नोएडाःकोविड-19 महामारी को देखते हुए पीएम द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है. जिसके चलते लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. वहीं गौतमबुद्ध नगर जिले में कुछ ऐसी स्थिति है. ईटीवी भारत की टीम जब नोएडा सेक्टर 16 स्थिति झुग्गी में गई, तो वहां की स्थिति कुछ और ही दिखाई दी.
लॉकडाउन के कारण मजदूरों का दिहाड़ी बंद झुग्गी में रहने वाले लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद प्रशासन द्वारा कोई मदद नहीं मिली है. जबकि हम लोग नोएडा में बनने वाली बड़ी-बड़ी इमारतों में काम कर चुके हैं. लोगों ने बताया कि हम लोगों का काम दिहाड़ी मजदूरी का है, पर जब से लॉकडाउन हुआ है घर में चूल्हा कैसे जलाएं समस्या बन गई है.
प्रशासन की नहीं पहुंच रही मदद
सेक्टर 16 के प्रधान मोहम्मद जियाउल ने बताया कि करीब 2500 झुग्गियां यह है, जिसमें लगभग 8000 के आसपास के लोग रहते हैं. जिला प्रशासन द्वारा खाने की व्यवस्था की जाती है, पर कुछ लोगों को ही खाना मिलता है. वहीं कुछ लोगों को खाना भी नहीं मिलता है. प्रशासन द्वारा जो खाना दिया जाता है वह एक या दो टाइम का है. बाकी टाइम के खाने के लिए घरों में व्यवस्था करना पड़ता है.
'लोगों तक नहीं पहुंच रही पूरी मदद'
झुग्गी के प्रधान का कहना है कि प्रशासन द्वारा दी जा रही जो भी मदद है वह झुग्गी में रहने वाले लोगों के पास समुचित तरीके से नहीं पहुंच पा रही है. कुछ चुनिंदा लोगों के पास ही सहायता राशि आ रही है.
बचे लोग पड़ोस में रहने वाले लोगों से राशन या खाना मांग कर जीवन यापन कर रहे हैं. प्रधान ने बताया कि यहां के ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूर हैं और इस समय दिहाड़ी बंद हो चुकी है. अब इनके पास काम नहीं होने के कारण दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है.