नई दिल्ली/नोएडा: मथुरा एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में 7 लोग के जान गंवाने के बाद यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बड़ी कार्यवाही की है. दिल्ली आईआईटी की सिफारिश पर पूरे यमुना एक्सप्रेसवे पर सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाई जानी थी. यमुना प्राधिकरण की तरफ से लगातार रोड सेफ्टी को लेकर जेपी इंफ्राटेक कंपनी से अपील की जा रही थी.
अनदेखी पर आज हादसा हुआ और यमुना प्राधिकरण ने आईआरपी अनुज जैन और बैंकों कंसोर्सियम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. 165 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे पर IIT दिल्ली ने ऑडिट रिपोर्ट प्राधिकरण को भेजी और रिपोर्ट में एक्सप्रेसवे पर कई अहम बदलाओं की सिफारिश की थी ताकि हादसों पर ब्रेक लगाए जा सके.
यमुना प्राधिकरण के CEO सख्त
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि जेपी दिवालिया हो चला है. जिसके चलते आईआरपी अनुज जैन और बैंकों का कंसोर्सियम को एक्सप्रेस-वे के रोड सेफ्टी और रख-रखाव कर रहा है. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने रोड सेफ्टी कमेटी ने स्वागत किया और प्रत्येक किलोमीटर का ऑडिट किया गया. जिसमें कई अहम बदलाव की बात कही गई. मुख्य रूप से थाई बीम लगाने की बात कही गई लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
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