नई दिल्ली/नोएडा:दिल्ली से सटे नोएडा में महीने भर से अधिक दिनों से चल रहा किसान आंदोलन सोमवार उग्र हो गया. जिसके बाद किसानों और पुलिस के बीच में धक्कामुक्की देखने को मिली. वहीं पुलिस ने जब बल प्रयोग किया तो किसानों ने पुलिस की वर्दी तक फाड़ दी और कई पुलिसकर्मी इसमें चोटिल भी हुए. इस पूरे प्रकरण में नोएडा प्राधिकरण और पुलिस द्वारा किसानों को भड़काने के आरोप में थाना सेक्टर 20 पर करीब आधा दर्जन से अधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसमें 40 लोगों को नामजद और करीब 1500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.
दरअसल, नोएडा के सेक्टर 5 स्थित हरौला में किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले एक महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. अचानक सोमवार को किसान भारी संख्या में महिलाओं के साथ सेक्टर 5 से निकले और नोएडा प्राधिकरण की तरफ कूच कर दिया. जहां पहुंचकर किसानों द्वारा पहले पुलिस द्वारा लगाए गए बैरियर को हटाने का काम किया गया. वहीं जब पुलिस द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो किसान उग्र हुए और बैरियर को तोड़ते हुए नोएडा प्राधिकरण के गेट पर ताला लगाने के लिए आगे बढ़े. यहां जब पुलिस ने उन्हें रोका तो वह उग्र हो गये.
नोएडा प्राधिकरण के गेट पर किसानों और पुलिस के बीच हुई हाथापाई
नोएडा के थाना सेक्टर 20 पर प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक रामचंद्र के द्वारा तहरीर दी गई कि किसान नेता किसान नेता सुखबीर खलीफा, राजेंद्र यादव, सुरेंद्र प्रधान और ऊदल सिंह ने प्राधिकरण के विरुद्ध भड़काऊ भाषण देकर लोगों को प्राधिकरण पर तालाबंदी करने के लिए उकसाया. जिसके बाद करीब 12 से 15 सौ महिला-पुरुषों की आक्रोशित भीड़ बिना किसी अनुमति के प्राधिकरण के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए हरौला बराबर से मुख्य मार्ग पर आ गई, जिससे यातायात पूर्ण रूप से बाधित हो गया.
वहीं भीड़ ने मुख्य प्रशासनिक भवन की ओर आने वाले मार्ग पर लगे बैरियर को तोड़ा, इसके बाद प्राधिकरण की ओर आने वाले मार्ग पर लोहे के गेट को तोड़ा और फिर प्राधिकरण के स्वागत कक्ष के पास रस्से से बंधे बैरियर को तोड़ते समय पुलिस के साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की. इसके साथ ही महिलाओं व बच्चों को आगे करते हुए प्राधिकरण के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला लगा दिया.