दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

बिल्डर की अवैध उगाही से त्रस्त बायर्स ने किया प्रदर्शन, सरकार से मदद की गुहार

ग्रेटर नोएडा के हजारों परिवारों के आशियाने के सपने बिल्डरों की बेइमानी की भेंट चढ़ गए हैं. जगह-जगह खरीदार बिल्डरों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन को मजबूर हैं. बिसरख इलाके में रविवार को पैरामाउंट बिल्डर के खिलाफ 200 बायर्स ने प्रदर्शन किया.

Buyers protested by illegal extortion of builders pleaded for help from government
Buyers protested by illegal extortion of builders pleaded for help from government

By

Published : Mar 27, 2022, 8:51 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के हजारों परिवारों के आशियाने के सपने बिल्डरों की बेइमानी की भेंट चढ़ गए हैं. जगह-जगह खरीदार बिल्डरों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन को मजबूर हैं.

बिसरख इलाके में रविवार को पैरामाउंट बिल्डर के खिलाफ 200 बायर्स ने प्रदर्शन किया. आरोप है कि करोड़ों रुपए के फ्लैट के पूरे पैसे देने के बाद भी बिल्डर मुकेश अग्रवाल रजिस्ट्री नहीं कर रहा है.

बिल्डर की अवैध उगाही से त्रस्त बायर्स ने किया प्रदर्शन, सरकार से मदद की गुहार

कई बायर्स ने बिल्डर पर तय कीमत से ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगाया है. एक तरफ जहां सुपरटेक को दिवालिया घोषित कर दिया गया है. इससे हजारों घरों का सपना संजोए लोगों के सपने पर पानी फिर गया है. तो दूसरी तरफ पैरामाउंट बिल्डर का भी कुछ ऐसा ही हाल देखा जा रहा है.

बिल्डर की अवैध उगाही से त्रस्त बायर्स ने किया प्रदर्शन, सरकार से मदद की गुहार

जो सैकड़ों लोगों से फ्लैट देने के नाम पर उनकी गाढ़ी कमाई हड़प गया है. आरोप है कि बिल्डर अब पूरे पैसे वसूलने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं कर रहा है. खरीदारों ने सरकार से भी इंसाफ की गुहार लगाई है.

बिल्डर की अवैध उगाही से त्रस्त बायर्स ने किया प्रदर्शन, सरकार से मदद की गुहार


ख़रीदारों का आरोप है कि बिल्डर अब अवैध उगाही पर उतर आया है. लोगों की बिजली काटने की धमकी दी जा रही है. पूरे पैसे पाने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं की जा रही है. उल्टे सिर्फ सब लीज देकर टरका दिया है.

बिल्डर की अवैध उगाही से त्रस्त बायर्स ने किया प्रदर्शन, सरकार से मदद की गुहार

इसे भी पढ़ें :वीकली क्राइम डायरी: तिहाड़ में फिर हुई मारपीट के अलावा जिले में और क्या-क्या हुआ ?

कई लोगों से स्टांप शुल्क और अतिरिक्त 10 फीसदी पैसे भी वसूले गए हैं. इस मामले में खरीदारों की मदद अब तक न तो सरकार ने की है और न ही अथॉरिटी या रेरा से कोई मदद मिली है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details