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नोएडा: धर्मशाला के जर्जर भवन में चल रही बिलासपुर पुलिस चौकी, देखिए ये रिपोर्ट

गौतमबुद्ध नगर पुलिस में कमिश्नर सिस्टम तो लागू हो गया, लेकिन चौकियों के हालात अभी भी नहीं सुधरे हैं. पिछले कई वर्षों से धर्मशाला के जर्जर भवन में बिलासपुर पुलिस चौकी चलाई जा रही है.

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Published : Jul 30, 2020, 9:42 PM IST

Bilaspur police post in Greater Noida
बिलासपुर पुलिस चौकी

नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस को सबसे हाईटेक पुलिस कहा जाता है, लेकिन सबसे हाईटेक पुलिस कही जाने वाली नोएडा पुलिस के पास खुद की चौकी तक नहीं है. पिछले कई वर्षों से धर्मशाला में बिलासपुर पुलिस चौकी चलाई जा रही है. धर्मशाला की हालत भी बिल्कुल जर्जर है. इस जर्जर पुलिस चौकी में ही अपनी जान जोखिम में डाल फरियादी अर्जी देते हैं और पुलिसकर्मी भी बेखौफ मुस्तैदी से ड्यूटी निभा रहे हैं.

देखिए ये रिपोर्ट

कई सालों से इसी भवन में चल रही है चौकी

दरअसल जिस भवन को पुलिस चौकी बनाया गया है वह धर्मशाला करीब 50 वर्ष पुरानी है. पहले लोगों के ठहरने के लिए बनाई गई थी, लेकिन उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक पुलिस नोएडा पुलिस ने इसे चौकी का रूप दे दिया. अब जर्जर भवन में फरियादियों की गुहार सुनी जाती है. पुलिस ने तो इसे चौकी बना दिया, लेकिन यहां अभी तक भी लिखा हुआ है कि यह धर्मशाला है. चौकी के भवन की छत बिल्कुल जर्जर है जो जाने कब भरभरा कर ढह जाए.

इसके अलावा बारिश के दौरान भी इस चौकी में रुकना दुश्वार हो जाता है, क्योंकि पूरी चौकी में जगह-जगह पानी टपकता है और जलभराव हो जाता है. इसके बावजूद भी चौकी में मौजूद पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से निभाते हैं.

गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नर सिस्टम तो लागू हो गया, लेकिन चौकियों के हालात अभी भी नहीं सुधरे हैं. कल ही दादरी थाना क्षेत्र के कोट चौकी में एक बड़ा हादसा टला था, जिसमें चौकी का लेंटल का हिस्सा नमी की वजह से नीचे गिर गया था और वहां पर रखे हुए कुर्सी और बैड टूट कर चकनाचूर हो गए थे. गनीमत यह रही थी कि उसी दौरान वहां से पुलिसकर्मी उठकर बाहर चला गया था. इस तरह से बड़ा हादसा होने से टल गया, लेकिन अगली बार कब ये जर्जर छत की किसी की जान लील ले ये कोई नहीं जानता.

अधिकारियों के संज्ञान में है मामला

धर्मशाला में पुलिस कई वर्षों से अपना काम चला रही है और भवन किसी अन्य व्यक्ति का होने की वजह से ना तो इसे ठीक किया जा सकता है और ना ही नया निर्माण हो सकता है. उधर, अधिकारियों का कहना है कि वो इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं.

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