नई दिल्ली/नोएडा:देशभर में आज 72वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. वहीं, कृषि कानून के खिलाफ पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं. ऐसे में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि 26 जनवरी की परेड करने दिल्ली हम जरूर जाएंगे और हमें किसी भी हाल में पुलिस या सरकार रोक नहीं पाएगी.
ट्रैक्टर परेड को लेकर सुनिए क्या कहते है भानु गुट के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह 'शक्ति की गई तो नहीं हटेंगे पीछे'
योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि दिल्ली के अंदर ट्रैक्टरों के साथ हमारी पूरी परेड होगी. रूट दिल्ली पुलिस ने निधारित करें या ना करें हम खुद ही अपना रूट निर्धारित कर लेंगे. हम दिल्ली में पूरे शांतिपूर्वक तरीके से परेड करेंगे. किसी भी तरह का कोई भी किसान कोई उपद्रव नहीं करेगा और ना ही हमारी किसी से कोई लड़ाई है. हमारे साथ अगर शक्ति की गई, तो हम पीछे हटने वाले नहीं हैं. हम भी जवाब देंगे और दिल्ली से आने वाले रूट को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा.
'जिस उद्देश्य को लेकर आए हैं, उसे पूरा करेंगे'
भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि कृषि कानून को खत्म कराना और एमएसपी को लागू करना, यह हमारा उद्देश्य है. इसी को लेकर हम 57 दिनों से लगातार आज धरना प्रदर्शन चिल्ला बॉर्डर पर कर रहे हैं. इसके साथ ही हमारा एक उद्देश्य था कि हम 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रेक्टर परेड करेंगे, उसे हम पूरा करके रहेंगे. इसमें हम कहीं से भी पीछे हटने वाले नहीं हैं. हमारे सभी किसान पूरी तरीके से तैयार हैं. किस तरह से परेड करनी है इसकी भी तैयारी उन्होंने पूरी तरीके से कर लिया है. शांतिपूर्वक तरीके से हम दिल्ली में जाएंगे और परेड कर के वापस आएंगे. प्रशासन ने अगर रोका तो उसे हम जवाब देना अच्छी तरह जानते हैं.
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'हमें किसी तरह की कोई लड़ाई नहीं लड़नी'
योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि हमें किसी तरह की कोई लड़ाई नहीं लड़नी है. हमें शांतिपूर्वक तरीके से सरकार से अपनी मांग को मनवाना है, जिसे हम बिना मनवाए यहां से वापस नहीं जाएंगे. अब अगर हम वापस हो गए, तो आने वाले समय में सरकार फिर हमारी बातें कभी नहीं सुनेगी. आज हम उन्हें अपनी बात अगर सुनाने आए हैं और मनवाने तो उसे करके ही अपने घर जाएंगे. भले ही चिल्ला बॉर्डर पर हमारी जान की ही क्यों ना चली जाए.