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5000 लोगों को चूना लगाने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, करोड़ों का हुआ खुलासा

नोएडा पुलिस और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है. जो पांच हजार लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है. उस पर 25000 रुपये का इनाम भी घोषित था.

5000 लोगों को चूना लगाने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार

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Published : Jul 29, 2019, 11:43 AM IST


नई दिल्ली:दिल्ली से सटे नोएडा के थाना सेक्टर 58 और इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) ने एमआईपी बाइक के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है.

पकड़ा गया आरोपी कई मुकदमों में वांछित चल रहा था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की है और उसके ऊपर 25000 का इनाम भी घोषित था. जो अब तक करीब 5000 लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है.

5000 लोगों को चूना लगाने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार

आरोपी के बारे में ज्यादा जानकारी
5000 लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपी के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए एसपी सिटी विनीत जयसवाल ने बताया कि एमआईपी बाइक के नाम पर हजारों लोगों से धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये हड़पने का मामला सामने आया था.

आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
आरोपी की शिकायत पर थाना सेक्टर 58 में एफआईआर दर्ज किया गया है. इस मामले की जांच एसएसपी ने विशेष टीम गठित कर शुरू की थी. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद एसएसपी ने मास्टरमाइंड के भी गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि वो 25000 का इनामी था. आरोपी की गिरफ्तारी नोएडा के थाना सेक्टर 58 और नोएडा आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है.

मास्टरमाइंड की पहचान
मास्टरमाइंड की पहचान उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल निवासी राजेश खंतवाल के रूप में हुई है. फिलहाल वह गाजियाबाद में रह रहा था. इसके खिलाफ 6 अपराधिक मामले भी दर्ज किया है.

पूछताछ के दौरान हुआ खुलासा
एसपी सिटी ने कहना है कि आरोपी राजेश खंतवाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि इन लोगों ने एक फर्जी स्कीम मैपल इन्नोवेटिव प्रमोटर्स के नाम से कंपनी बनाई है. उसे कुछ माह चलने के बाद एमआरपी कैब में बदल दिया गया था. जिसमें इन्वेस्टर को 62 हजार 100 रुपये निवेश करना था.

10 हजार प्रतिमाह लाभांश
बदले में निवेश करने वाले को 10 हजार प्रतिमाह लाभांश के रूप में 12 किस्त यानी 1 वर्ष तक देने का लालच दिया जाता था. इस स्कीम को लोगों तक पहुंचाने के लिए कंपनी की ओर से प्रचार-प्रसार के लिए टीमें बनाकर उन्हें पम्पलेट देकर भेजा जाता था. इस टीम में उन्हें टीम लीडर बनाया जाता था, जो पहले से इस स्कीम में इन्वेस्ट कर चुके थे.

इन्वेस्टर टीम लीडर को 15 प्रतिशत कमीशन
टीम लीडर को एक बाइक का सदस्य बनवाने पर दस हजार एक सौ रुपये के अतिरिक्त दिए जाते थे. इससे अधिक बाइक लगवाने वाले इन्वेस्टर टीम लीडर को 15 प्रतिशत अतिरिक्त कमीशन दिया जाता था. कंपनी ने यूपी में नोएडा गाजियाबाद, मोदीनगर, मेरठ, लखनऊ, मुजफ्फरनगर आदि जगहों के हजारों लोगों से ठगी की है.

एसपी सिटी ने बताया कि कंपनी ने इस स्कीम के तहत अब तक लगभग 25 से 26 करोड़ रुपये का निवेश करा कर ठगी कर चुकी है. फिलहाल मास्टरमाइंड को तो गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन शेष अन्य गिरफ्तारियां अभी बाकी है.

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