नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को करोड़ों रुपए का बकाया होने के चलते रजिस्ट्री विभाग ने पत्र भेजा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बिल्डरों ने 26,000 से ज्यादा फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं कराई है. ऐसे में रजिस्ट्री विभाग का तकरीबन 750 करोड़ रुपए का राजस्व फंसा हुआ है.
रजिस्ट्री विभाग का फंसा 750 करोड़, ठेंगा दिखा रहे बिल्डर
नोएडा ओर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से कम्पलीशन सर्टिफिकेट लेने के बाद भी बिल्डर फ्लैट की रजिस्ट्री नही करा रहे है. जिसको लेकर रजिस्ट्री विभाग रजिस्ट्री ना कराने वाले बिल्डरों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की बात कह रहा है.
26 हज़ार फ्लैट की नहीं हुई रजिस्ट्री
गौतमबुद्ध नगर रजिस्ट्री विभाग के एजीआई, शिवकुमार त्रिपाठी ने बताया कि राजस्व की प्राप्ति में बिल्डरों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. अपार्टमेंट एक्ट की धारा 13 में कोई भी बिना रजिस्ट्री कराए कब्जा नही देगा. लेकिन गौतम बुध नगर में अधिकांश बिल्डरों को देखा गया है, जिन्होंने रजिस्ट्री कराए बिना कब्जा दे दिया है.
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में कुल 76 हज़ार फ्लैट में से तक़रीबन 46 हज़ार फ्लैटों की रजिस्ट्री हुई है. ऐसे में 26 हज़ार फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हुई है. जिनके बारे में अधिकारियों से बात कर जल्द रजिस्ट्री करवाने की बात कही गई है. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जो भी बिल्डर नियमों की अनदेखी करेंगे उनके खिलाफ FIR दर्ज कर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.