नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा सेक्टर 93a का बहुचर्चित ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद भी चर्चा में बना हुआ है. बिल्डिंग के ध्वस्त होने के बाद वहां चलने वाली पॉपलिन को लेकर आसपास के लोगों के विरोध जताने पर काम 3 दिनों के लिए रोक दिया गया था. लोगों की आपसी सहमति बनने के बाद एक बार फिर काम शुरू हुआ और करीब डेढ़ सौ से अधिक मजदूर लगाकर काम को रफ्तार दी गई है. एडिफिस कंपनी द्वारा मलबा हटाने का काम तेज कर दिया गया है. कंक्रीट और स्क्रैप मिलाकर अब तक 300 टन सामान बाहर निकाला जा चुका है. 12 घंटे के काम में 1 घंटे का विराम दिया जा रहा है.
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बता दें कि नोएडा के सेक्टर 93a स्थित ट्विन टावर28 अगस्त को ध्वस्त कर दिया गया था. अब वहां से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में ट्विन टावर से सौ टन स्क्रैप ट्रक पंजाब के एक स्क्रैप व्यापारी के पास भेजा गया है, वहीं 200 टन कंक्रीट के मलबे को अन्य प्रयोगों के लिए भेजा गया है. एडिफिस कंपनी के सुपरवाइजर हेड पंकज सिंह ने बताया कि लगभग 140 मजदूरों की मदद से मलबे को तोड़ने और उसको हटाने का काम किया जा रहा है. इसके लिए 8 पोपलिंग मशीनें लगाई गई हैं. सुबह 8 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक काम चल रहा है. दोपहर में 1 घंटे का रेस्ट दिया जा रहा है.
पंकज सिंह ने बताया कि न्यायालय ने 3 महीने में मलबे को हटाने का निर्देश दिया है. निर्धारित समय में मलबे को पूरी तरीके से हटा दिया जाएगा. जरूरत पड़ने पर और मजदूर लगाए जा सकते हैं. मलबे के नीचे 8 वाइब्रेशन मापक मशीनें दबी हैं, जिन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द उन्हें भी सफलतापूर्वक निकाल लिया जाएगा.
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