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नोएडा की कार्रवाई का बागपत में दिखा असर, SSP बागपत ने कॉन्स्टेबल को किया लाइन हाजिर - एडीजी इंटेलिजंस को सौंपी गई जांच

रिश्वत लेकर अपराधी को छोड़ने के मामले में प्रदेश स्तर पर एडीजी इंटेलिजंस एस पी शिरोडकर को जांच सौंपी गई है. वहीं इसका असर अब बागपत में देखने को मिल रहा है. इस मामले से जुड़ा बागपत के कॉन्स्टेबल को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है और इस मामले की जांच प्रदेश स्तर पर सौंप दी गई है.

noida police
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Published : Dec 3, 2021, 2:33 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा:रिश्वत में 25 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर अपराधियों को छोड़ने का मामला अब प्रदेश स्तर पर पहुंच गया है. गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी में स्वाट टीम प्रभारी सावेज खान और कॉन्स्टेबल अमरीश कांत यादव को बर्खास्त करने के बाद अब इस मामले की जांच उच्च अधिकारियों को दे दी गई है. अब इसकी जांच प्रदेश स्तर पर एडीजी इंटेलिजेंस को सौंपी गई है.

दरअसल हाल ही में इस बात का खुलासा होने पर कि स्वाट टीम के प्रभारी सावेज खान और कॉन्स्टेबल अमरीश कांत यादव ने रिश्वत लेकर ATM हैकर को छोड़ दिया था. जिसके बाद दोनों पर विभागीय कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर पूरी स्वाट टीम को भंग कर दिया गया था और कमिश्नर ने इसकी जांच डीसीपी क्राइम अभिषेक कुमार को सौंपी थी. लेकिन अभ इस मामले की जांच प्रदेश स्तर पर एडीजी इंटेलिजेंस को सौंपी गई है.

ADG इंटेलिजेंस को सौंपी गई जांच

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गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी में स्वाट टीम प्रभारी सावेज खान और कॉन्स्टेबल अमरीश सहित कुछ अन्य लोगों द्वारा एटीएम हैकर मेहराज को छोड़ने के नाम पर 25 लाख रुपये और क्रेटा गाड़ी ली गई थी. इस मामले में पुलिस कमिश्नर गौतम बुद्ध नगर आलोक सिंह द्वारा कार्रवाई करते हुए स्वाट टीम प्रभारी और कॉन्स्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है. कमिश्नर स्तर पर जहां मामले की जांच डीसीपी क्राइम अभिषेक कुमार द्वारा की जा रही है, वहीं इस मामले की जांच प्रदेश स्तर पर भी की जा रही है. जांच की जिम्मेदारी प्रदेश स्तर पर एडीजी इंटेलिजेंस एस पी शिरोडकर को सौंपी गई है. जो बताया जा रहा है कि कमिश्नरी में जांच शुरू कर दिए हैं. इस जांच की आंच बागपत जनपद तक पहुंची है, मुलजिम मेहराज और स्वाट टीम के बीच लेनदेन का काम कराने वाले बागपत के कॉन्स्टेबल का नाम सामने आया है, जो वहां की SOG में तैनात है. कॉन्स्टेबल का नाम आने के साथ ही एसएसपी धीरज कुमार जादौन बागपत द्वारा तत्काल प्रभाव से कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया है और जिले की एसओजी को भंग कर दिया गया है.

ADG इंटेलिजेंस को सौंपी गई जांच

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गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी में जोन स्तर पर प्राइवेट एसओजी टीम पुलिस की बनाई गई है. इसके साथ ही कमिश्नरी स्तर पर भी एसओजी की टीम बनाई गई है. वहीं जिले के सभी 22 थानों पर भी पुलिस की प्राइवेट एसओजी टीम बनाई गई है, जो बदमाशों को पकड़ने का काम करती है. स्वाट टीम द्वारा पैसे और क्रेटा कार रिश्वत लेने के मामले में हुई कार्रवाई के बाद सभी प्राइवेट एसओजी टीम द्वारा किए जा रहे कार्य पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. वहीं अब कोई भी टीम दबिश देने बिना उच्च अधिकारियों को संज्ञान में दिए नहीं जाएगी. साथ ही आदेश के बिना कोई गिरफ्तारी किसी भी टीम द्वारा नहीं की जाएगी.

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सूत्रों की मानें तो सभी आरोपी और स्वाट टीम के सदस्य फरार चल रहे हैं. वहीं सरकारी असलहे जो पुलिसकर्मियों को दिए गए थे वह भी उनके पास है, जिससे उच्चाधिकारियों में तनाव बना हुआ है. वहीं इस मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए ज्वाइंट सीपी कानून व्यवस्था लव कुमार ने बताया कि सभी स्वाट टीम के सदस्यों को नोटिस तामिल करा दी गई है. मामले की जांच चल रही है. अन्य जो भी सबूत और दस्तावेज मामले में सामने निकल कर आएंगे, उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. किसी भी दोषी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा.

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