नई दिल्ली/नोएडा: चुनावी मौसम में जीत के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स का खूब इस्तेमाल हो रहा है. कहीं प्रचार के लिए तो कहीं एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने के लिए. STF साइबर क्राइम और ATS सोशल साइटस पर नजरें रख रही हैं और आ रही शिकायतों के आधार पर मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई भी की जा रही है.
आपत्तिजनक कंटेंट शेयर हो रहे हैं
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपने अपने नेता का खूब प्रचार हो रहा है तो वहीं विपक्षी दलों का दुष्प्रचार भी बराबर जारी है. आपत्तिजनक जानकारी और फोटो वीडियो भी खूब शेयर किए जा रहे हैं.
यूपी एसटीएफ साइबर क्राइम, एटीएस और जिले का साइबर ऐसे लोगों पर पैनी नजर रखे हुए हैं.
चुनावों में सोशल साइट्स पर खास नजर, अब तक 200 से ज्यादा शिकायतें मिली अब तक 200 से ज्यादा शिकायत
इस निगरानी के तहत अब तक 200 से ज्यादा आपत्तिजनक पोस्ट की शिकायतें मिल चुकी हैं जिसको एसटीएफ ने संबंधित जिले के SSP को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है.
सूत्रों की मानें तो सोशल नेटवर्किंग साइट पर किए जा रहे पोस्ट को बारीकी से चेक किया जा रहा है कि यह पोस्ट कहां बना और कहां से चल कर लोगों के सामने आया. एसटीएफ ये निगरानी सीसीटीएनएस के माध्यम से कर रही है.
अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं
एटीएस, एसटीएफ और साइबर क्राइम के साथ ही चुनाव आयोग, जिला प्रशासन भी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर निगरानी रख रहा है. सूत्रों की मानें तो ऐसे मामलों में केस भले ही दर्ज हुए हैं, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी की बात सामने नहीं आई है.