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डिप्रेशन के चलते 10 महीने में 111 लोगों ने की आत्महत्या - 111 people committed suicide in Noida in 10 months

कोविड-19 महामारी के दौरान चाहे बिजनेसमैन हो या फिर नौकरी पेशा करने वाले हो, जिनके बिजनेस पर असर पड़ा वह भी और जिनकी नौकरियां चली गई और आर्थिक तंगी का शिकार हुए थे. मानसिक तनाव के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त करने का काम किया. नोएडा में करीब 111 लोगों ने गगनचुंबी इमारतों से कूदकर या फिर गले में फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या करने का काम किया है. सभी आत्महत्या में ज्यादातर लोग बहुमंजिला इमारतों से कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त की है.

कोरोना के बाद डिप्रेशन ने ली लोगों की जान
कोरोना के बाद डिप्रेशन ने ली लोगों की जान

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Published : Nov 17, 2021, 9:30 PM IST

नई दिल्ली :कोविड-19 महामारी में जहां बीमारी के चलते लोगों ने अपनी जान गवाई, वहीं गौतमबुद्ध नगर जिले में जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, 467 लोगों ने कोरोना महामारी के चलते अपनी जान से हाथ धो बैठे. देखा जाए तो बहुत से लोगों की नौकरियां चली गई और लोग डिप्रेशन में रहने लगे, जिसके चलते लोगों ने आत्महत्या करना शुरू कर दिया. पुलिस विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 100 से अधिक लोगों ने कोरोना के चलते आत्महत्या करने का काम किया है, जिसमें ज्यादातर लोग हाई राइज इमारतों से छलांग लगाकर आत्महत्या की है. जिसमें देखा जाए तो सभी उम्र के लोग शामिल हैं. सभी आत्महत्या के पीछे पुलिस विभाग डिप्रेशन और सामाजिक और पारिवारिक क्लेश को कारण मान रहा है.


नोएडा में 111 लोग आत्महत्या कोविड-19 महामारी के चलते 10 महीनों के अंदर किए हैं. आत्महत्या करने वाले क्षेत्र में नोएडा का थाना सेक्टर 20, थाना सेक्टर 39, थाना सेक्टर 49, थाना सेक्टर 24, थाना सेक्टर 58 और थाना एक्सप्रेसवे शामिल है. 14 लोग सिर्फ थाना सेक्टर 20 क्षेत्र में आत्महत्या किए हैं. सभी आत्महत्या के पीछे पुलिस का मानना है कि डिप्रेशन के चलते लोगों द्वारा इस तरह का कदम उठाया गया है. इस आत्महत्या में सभी उम्र वर्ग के लोग शामिल हैं. इसमें महिला और पुरुष दोनों हैं.

कोरोना के बाद डिप्रेशन ने ली लोगों की जान

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एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के चलती नोएडा में नंबर ऑफ सुसाइट का ग्राफ काफी बड़ा है. जिसमें सामाजिक और आर्थिक कारण शामिल है, जिसमें महामारी के चलते लोगों की नौकरियां छूट गई और लोगों को घरों पर लंबे समय तक रहना पड़ा, जिसके चलते लोगों के बीच घरों में झगड़े हुए. जिसके चलते लोगों ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया. उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में यह भी बताया कि नोएडा का लाइफ स्टाइल इस तरह कहा है कि लोग जब नकारात्मक सोच रख लेते हैं, तो इस तरह के कदम उठाते हैं.

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