नई दिल्ली/गुरुग्राम:साइबर सिटी गुरुग्राम में हरियाणा सरकार की ओर से अधिग्रहित की हुई 2 एकड़ जमीन को फर्जी तरीके से एक निजी कंपनी को बेचकर सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाने का खुलासा हुआ है. गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में दो अधिवक्ताओं सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि इस्लामपुर गांव की 2 एकड़ भूमि, जो 1993 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की ओर से अधिग्रहित की गई थी, इसे जालसाजों ने फर्जी दस्तावेजों और गवाहों के आधार पर एक निजी कंपनी को दो करोड़ रुपये में बेच दी थी.
निजी कंपनियों को बेची अधिग्रहित जमीन
जल्दी रुपये कमाने के चक्कर में गिरफ्तार मामले का मास्टरमाइंड रोहित ठाकरान झाड़सा गांव का रहने वाला है. उसने इस्लामपुर गांव के अजय चौधरी ने मिलीभगत करके मूर्ति देवी, लक्ष्मी देवी और बाला देवी सहित कई दूसरी औरतों के नाम पर अधिग्रहित जमीन को इन महिलाओं की पैतृक संपत्ति बताया. इसके लिए फर्जी गवाहों का भी इस्तेमाल किया गया.