नई दिल्ली/गुरुग्राम:सोहना में हर साल डेंगू और मलेरिया के काफी केस देखने को मिलते हैं. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की जाती. ईटीवी भारत ने जब खबर को प्रमुखता से दिखाया तब जाकर डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटी. अब स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को डेंगू और मलेरिया से बचाने के लिए फॉगिंग और पानी जमा होने वाले स्थानों पर दवाई डालनी शुरू कर दी है, ताकि मच्छरों के लारवा को खत्म किया जा सके.
सोहना में डेंगू मलेरिया को लेकर जागा स्वास्थ्य विभाग, घर-घर जाकर लिए जा रहे सैंपल - सोहना में फॉगिंग
स्वास्थ्य विभाग ने सोहना में लोगों को डेंगू और मलेरिया के प्रति जागरूक करना शुरू कर दिया है. साथ ही इन बीमारियों से बचाव के लिए फॉगिंग और पानी जमा होने वाले स्थानों पर दवाई डालने की भी शुरुआत की है.
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर बुखार से पीड़ित लोगों के सैंपल ले रही है. इतना ही नहीं बुखार के मरीजों को दवाइयां भी बांट रही है. जिससे ग्रामीण इलाके में तेजी से फैल रहे मलेरिया और डेंगू के मरीजों में कमी आई है.
सोहना में डेंगू और मलेरिया के मरीजों के उपचार के लिए सोहना स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी तरह की कोई व्यवस्था अस्पताल में नहीं की थी. ना ही फॉगिंग कराई गई थी और ना ही पानी जमा होने वाले स्थानों पर दवाई डलवाई जा रही थी. जिसके चलते ग्रामीण एरिया में डेंगू और मलेरिया के मरीजो में इजाफा हो रहा था. वहीं सोहना नागरिक अस्पताल में किसी तरह के चेकअप और उपचार की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर थे.