नई दिल्ली/नूंह: जिले के सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की कमी जल्द दूर होने वाली है. जिला प्रशासन ने अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त टीचरों को दोबारा से नौकरी पर रखने का खाका तैयार कर लिया. इस खाके पर उच्च अधिकारियों की अंतिम मुहर भी लग गई है.
जिला प्रशासन ने सेवानिवृत्त अध्यापकों की लिस्ट भी मंगवा ली है. साथ ही आवेदन करने वाले रिटायर्ड टीचर के लिए पोर्टल भी खोल दिया गया है. हाल ही में नूंह जिले से 450 से अधिक अध्यापकों का तबादला नियमित शिक्षा पॉलिसी के तहत हुआ है.
जल्द पूरी होगी अध्यापकों की कमी
इसमें कुछ अध्यापकों को 11 वर्ष से भी अधिक हो चुके थे, साथ ही ये मामला पिछले साल से कोर्ट में भी विचाराधीन था. उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने पत्रकारों से बातचीत के कहा कि जिले के सेवानिवृत्त टीचरों के अलावा कहीं से भी आवेदन करने वाले सेवानिवृत्त टीचरों को रखा जाएगा.
उसके बाद भी अगर जरूरत पड़ी तो जिले में पढ़े लिखे युवाओं को नौकरी पर रखा जाएगा. जिन्होंने जेबीटी, बीएड, डीएड, एमए इत्यादि किया हुआ है. डीसी नूंह ने कहा कि ना केवल युवाओं को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा बल्कि यहां के बच्चों को भी बेहतर ढंग से शिक्षा दी जा सकेगी.
दरअसल जिले में अध्यापकों की भारी कमी है, इसी सप्ताह 465 अध्यापकों का तबादला होने से हालात और भी अधिक खराब दिखाई दे रहे हैं. इस योजना के तहत युवाओं ना केवल रोजगार प्राप्त कर सकेंगे बल्कि स्थानीय बच्चों को भी बेहतर शिक्षा दे पाएंगे.