नई दिल्ली/नूंह: जिले में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. नूंह में सोमवार को दूसरी मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा प्रांगण से फील्ड में रवाना किया. ऐसा नया प्रयोग करने वाला नूंह हरियाणा का पहला जिला बन गया है. एंबुलेंस ने सोमवार से फील्ड में सैंपल लेने की शुरुआत भी कर दी है.
कोरोना से लड़ने के लिए मोबाइल वैन को हरी झंडी गांव-गांव जाकर होगी कोरोना टेस्टिंग
सिविल सर्जन ने पत्रकारों को बताया कि गांव-गांव जाकर ये वैन कोरोना टेस्ट में मददगार साबित होगी. इस एंबुलेंस में सवार होकर कोरोना टेस्ट लेने के लिए डॉक्टरों की टीम गांव-गांव जाएंगी, जो वहीं पर संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेने का काम करेगी. डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि इस एंबुलेंस में सवार डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन को पीपीई किट की जरूरत महसूस नहीं होगी.
स्वास्थ्य विभाग ने उठाया ये कदम
एंबुलेंस से दस्तानों में हाथ बाहर निकालकर नीचे खड़े मरीजों का सैंपल लिया जा सकेगा. मरीज को सैंपल लेने वाले स्टाफ को इस एंबुलेंस में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी. सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा के कुछ गांव की दूरी 60-65 किलोमीटर तक है. इसलिए वहां से सैंपल लेने के लिए, मरीजों को लाने और डेड बॉडी लाने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
बता दें कि अब ज्यादातर लोगों को सैंपल लेने के लिए बसों या एंबुलेंस में बैठाकर अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा में लाया जाता है. जिससे समय और धन की बर्बादी हो रही थी. इसके अलावा इस वेन से नूंह में कोरोना सैंपलिंग की गति भी तेज होगी. कृष्ण ने बताया कि इसके अलावा पीएचसी- सीएचसी स्तर पर मेडिकल ऑफिसर और लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण देकर कोरोना के सैंपल लेने के लिए तैयार किया जा रहा है.
इसके अलावा मोबाइल हेल्थ टीम पहले से ही गांव-गांव जाकर लोगों की जांच कर रही है. स्वास्थ्य विभाग ने इस एंबुलेंस को मेवात कोविड टेस्ट मोबाइल वैन नाम दिया है. एंबुलेंस में डॉक्टरों के बैठने के अलावा सैंपल लेने के सभी उपकरण उपलब्ध हो सकेंगे. सोमवार से इस नए प्रयोग से टेस्ट शुरू कर दिए गए हैं.
कोरोना को तेजी से मात दे रहा है नूंह
गौरतलब है कि नूंह स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. नूंह में पहले से ही कोरोना का रिकवरी रेट बेहतर हो रहा है. जिले में पिछले दो दिनों में कोरोना के करीब 60 मरीज ठीक हुए हैं. इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग की गति को भी तेज कर दिया है.