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गुरुग्राम: स्कूलों में बच्चे असुरक्षित! 250 से ज्यादा के पास फायर NOC नहीं - गुरुग्राम स्कूल आगजनी की घटना

गुरुग्राम शिक्षा विभाग भले ही हाईटेक होने के दावे करता हो लेकिन इसकी जमीनी हकीकत का खुलासा आरटीआई ने किया है. आरटीआई रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम में करीब 250 से ज्यादा ऐसे हैं जो स्कूल आग के ढेर पर रखे हुए हैं. आरटीआई में हुए खुलासे ने चौंका कर रख दिया है.

more than 250 schools don't have fire noc in gurugram
साइबर सिटी के स्कूलों में बच्चे असुरक्षित!

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Published : Jan 7, 2020, 11:26 PM IST

नई दिल्ली/गुरुग्रामःसाइबर सिटी गुरुग्राम में आरटीआई द्वारा एक बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक करीब ढाई सौ से ज्यादा स्कूल आग के ढेर पर हैं. यानी इन सभी स्कूलों के पास फायर एनओसी भी नहीं है. ऐसे में अगर कभी भी आगजनी का कोई बड़ा हादसा होता है तो इसपर काबू पाने के लिए स्कूल प्रशासन के पास पर्याप्त उकरण भी नहीं है.

स्कूलों को लेकर RTI से हुआ बड़ा खुलासा, देखें वीडियो

गुरुग्राम शिक्षा विभाग भले ही हाईटेक होने के दावे करता हो लेकिन इसकी जमीनी हकीकत का खुलासा आरटीआई ने किया है. आरटीआई रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम में करीब 250 से ज्यादा ऐसे हैं जो स्कूल आग के ढेर पर रखे हुए हैं. आरटीआई में हुए खुलासे ने चौंका कर रख दिया है.

लापरवाही की कौन लेगा जिम्मेदारी?
आरटीआई में बताया गया है कि गुरुग्राम जैसे शहर में करीब ढाई सौ ऐसे स्कूल है जिनके पास कोई भी फायर एनओसी नहीं है. इन स्कूलों के पास फायर एनओसी नहीं होने की जानकारी शिक्षा विभाग के साथ-साथ फायर डिपार्टमेंट को भी है. जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों पर हर वक्त खतरा बना रहता है. फायर एनओसी ना होने से स्कूल प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं क्योंकि कल अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा.

किसी बड़े हादसे के इंतजार में प्रशासन!
इस लापरवाही के चलते फायर डिपार्टमेंट अपनी दलीलें दे रहा है तो दूसरी तरफ शिक्षा विभाग भी इतने बड़े मामले को लेकर बिलकुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में यहां पर सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिरकार विभागों की इतनी बड़ी लापरवाही होने के बावजूद भी कोई आला अधिकारी इस बात की ओर ध्यान नहीं दे रहा है क्योंकि पिछले कुछ मामलों को देखा जाए तो शिक्षण संस्था में हो या फिर स्कूल में आगजनी के मामले सामने आए हैं. इसके बावजूद भी अधिकारी और प्रशासन आखिर किस हादसे का इंतजार कर रहे हैं.

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