नई दिल्ली/नूंह: करीब दो महीने पहले एक महिला ने फिरोजपुर झिरका थान में दुष्कर्म की शिकायत दी थी, लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से इस मामले में केस दर्ज नहीं किया गया है. पीड़ित महिला इस मामले की शिकायत फिरोजपुर थाना, पुलिस कप्तान नूंह और सीएम विंडो पर भी कर चुकी है, लेकिन उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है.
दर-दर भटक रही पीड़िता
सीएम विंडो में दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि बीती 4 अप्रैल की रात करीब 11 बजे वो अपने घर पर बच्चों के साथ अकेली थी और बाकी सदस्य खेत में गेहूं निकलवाने के लिए गए हुए थे. इसी दौरान गांव का ही एक राशिद नाम का व्यक्ति उसके घर में घुसा और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. साथ ही ये बात किसी को बताने पर महिला को जान से मारने की धमकी भी दी.
जब इस बारे में पीड़िता ने अपने पति और ससुर को बताया तो वो आरोपी के घर पहुंच गए. पीड़िता के मुताबिक इसी बात पर उनकी आरोपी से कहासुनी हो गई. जिसमें आरोपी और उसके परिवार के लोगों ने पीड़िता के पति और ससुर पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. इस हमले में पीड़िता के ससुर का हाथ टूट गया. आरोप है कि पीड़िता और उसका परिवार आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पिछले करीब 2 महीने से पुलिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है.
जब इस बारे में महिला थाना प्रभारी सुमन से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. यदि इस तरह का मामला है, तो जल्द कार्रवाई कराई जाएगी. पुलिस का ये ढुलमुल रवैया उस पर सवाल खड़े करता है. अब देखना होगा की कब पुलिस की नींद खुलेगी और आरोपी पर कार्रवाई होगी.