नई दिल्ली/गुरुग्राम:हरियाणा सरकार की ओर से प्रदेश में गरीब बच्चों के लिए मॉडल संस्कृति स्कूल खोलने का ऐलान तो जरूर किया गया है, लेकिन गरीब अभिभावकों को निजी स्कूलों की मनमानी के चलते इन स्कूलों का फायदा होता नहीं दिख रहा है, क्योंकि मॉडल संस्कृति स्कूल में एडमिशन के लिए अभिभावकों को टीसी की जरूरत है, लेकिन प्राइवेट स्कूल अभिभावकों से टीसी देने के नाम पर मोटी फीस की मांग कर रहे हैं. जिस फीस को अभिभावक देने के लिए सक्षम नहीं हैं
सोहना में TC देने के नाम पर प्राइवेट स्कूलों की लूट! मांग रहे मनमानी फीस बता दें कि लॉकडाउन के दौरान हरियाणा सरकार की ओर से आदेश जारी किए गए थे कोई भी प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा कोई दूसरी फीस अभिभावकों से नहीं लेगा, लेकिन सरकार के सख्त आदेशों के बाद भी प्रदेश के कई स्कूल अभिभावकों से मोटी फीस वसूल रहे हैं.
अगर बात सोहना की करें तो सोहना में निजी स्कूल संचालक टीसी टीसी देने के नाम पर अभिभावकों से मोटी फीस की मांग कर रहे हैं, लेकिन टीसी की फीस अभिभावक देने में सक्षम नही हैं. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को लेकर कई अभिभावकों ने स्थानीय शिक्षा विभाग से शिकायत की, लेकिन अभिभावकों की समस्या का हल अभी तक नहीं हो पाया है.
इस गंभीर विषय को लेकर अब सामाजिक संगठन भी शिक्षा विभाग और सरकार से प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रोकने की अपील कर रहे हैं. सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार निजी स्कूलों के खिलाफ कानून बना कर कड़ी कार्रवाई करे. उनकी मानें तो निजी स्कूल संचालक अपना तानाशाह रवैया अपनाकर गरीब अभिभावकों से टीसी देने के नाम पर मोटी फीस मांग रहे हैं. जब इस बारे में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.