नई दिल्ली/नूंह: डीसी निवास से महज 50 मीटर की दूरी पर नगर पालिका कार्यालय और सब्जी मंडी के बीच खाली पड़ी जमीन पर गंदगी के अंबार लगे हैं. ये गंदगी गली में सड़ी सब्जी के फेंकने से अधिक हो रही है. इसके अलावा इस खाली पड़ी जमीन में आवारा पशु दिन भर विचरण करते रहते हैं. लोगों ने अवैध पार्किंग भी यहां बना रखी है. ये भूमि जिला स्तरीय बाल भवन कार्यालय के बिल्कुल सामने हैं.
सब्जी मंडी की गंदगी और आवारा पशुओं से लोग परेशान बता दें कि बाल भवन में प्रशिक्षण लेने के लिए महिलाएं और बच्चे आते रहते हैं. जिनको गंदगी की वजह से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार जब तेज हवा चलती है, तो कई सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ डीसी निवास तक भी इस गंदगी की दुर्गंध जाती है.
'लोगों को गंदगी से रोजाना जूझना पड़ता है'
शहर के बीचों-बीच सब्जी मंडी होने और डंपिंग स्टेशन नहीं होने की वजह से दुकानदार सब्जी को इस इसी खाली पड़ी जमीन में फेंक जाते हैं. इसके साथ-साथ आसपास बसने वाले लोगों को भी इस गंदगी से रोजाना जूझना पड़ता है. कई बार इस सब्जी मंडी को शहर से बाहर करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई थी. नई सब्जी मंडी में तब्दील करने की मांग उठी, लेकिन नई सब्जी मंडी में प्लाटों के रेट महंगे होने की वजह से सब्जी मंडी पुराने स्थान पर ही चल रही है. सब्जी मंडी की वजह से लगातार गंदगी बनी रहती है.
नगरपालिका के स्वच्छता अभियान की भी इस गंदगी से धज्जियां उड़ रही है. नगर पालिका प्रशासन ने कई बार इस खाली पड़ी जमीन पर शॉपिंग कॉन्प्लेक्स बनाने की बात कही, लेकिन आज तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ. शहर के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी गंदगी से परेशान हैं , लेकिन इस गंदगी से उनका पीछा कब छूटेगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है.