नई दिल्ली/नूंहः मलेरिया से प्रदेश के तकरीबन 10 जिले इस बार पूरी तरह से मुक्त होने जा रहे हैं. नूंह जिला भी मलेरिया से मुक्त हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की कोशिशें जारी हैं. बीते साल मिले करीब एक हजार के करीब केसों को कैसे सैकड़ों में या 100 से भी नीचे लाया जाए, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग कमर कस चुका है. बेमौसम बरसात और जलभराव को लेकर मलेरिया की टीमें लगातार लोगों की जांच कर रही है.
मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयार हरियाणा में मलेरिया के सबसे ज्यादा केस नूंह में
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए अलग से टीम लगाई गई है. मलेरिया को रोकने के लिए अलग टीम लगाई गई है, उन्होंने कहा कि हरियाणा में सबसे ज्यादा मलेरिया के केस नूंह जिले में पाए जाते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में इन केसों में लगातार कमी आ रही है.
1 अप्रैल से शुरू होगा सघन अभियान
सीएमओ ने कहा की 1 अप्रैल से मलेरिया को लेकर सघन अभियान शुरू किया जाता है. बरसात के सीजन से पहले ही गांव में छिड़काव के अलावा मरीजों की स्लाइड तैयार करके पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों को मलेरिया की दवाइयां दी जाती है. उन्होंने कहा कि मेवात जिले में मलेरिया को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकें, इसको लेकर भी स्वास्थ्य विभाग लगातार कोशिशें कर रहा है. कोरोना वायरस से मलेरिया में लगी टीम पर कोई असर नहीं पड़ेगा. सभी टीमें अपने-अपने काम को बखूबी अंजाम देने में जुटी हुई है.