नई दिल्ली/गुरुग्राम: कोरोना संकट के बीच जहां हरियाणा सरकार मजदूरों को रजिस्ट्रेशन करवावर उनके गृह राज्यों में भेज रही है. वहीं आने वाले समय में हरियाणा में उद्योगों के खुलते ही भारी संख्या में मैन पावर की जरुरत होने पड़ने वाली है. हरियाणा सरकार प्रवासी मजदूरों से अपील भी कर रही है कि मजदूर राज्य छोड़कर ना जाएं, लेकिन प्रवासी मजदूर लगातार हरियाणा से पलायन कर रहे हैं.
सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं रुका ट्रेन और बसों की सुविधा नहीं मिलने पर प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने राज्यों के लिए निकल रहे हैं. प्रशासन और अधिकारियों की तरफ से समझाने के बावजूद मजदूर मानने को तैयार नहीं हैं.
राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों की बेबसी देखने को मिली है. मजदूर अब पैदल ही घरों के लिए निकल पड़े हैं. प्रवासी गोरे लाल ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बाद भी उनके जाने का प्रबंध नहीं किया गया इसलिए वो पैदल ही राजस्थान के लिए निकल पड़े हैं.
बता दें कि राजस्थान सीमा से लगते हरियाणा के तावडू से जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार के आदेश पर प्रवासी मजदूरों को रोडवेज की बसों से रवाना किया जा रहा है. यही ध्यान में रखते हुए प्रवासी मजदूर राजस्थान-हरियाणा के अन्य शहरों से आना चाह रहे हैं, लेकिन हरियाणा पुलिस ने मजदूरों को वापस वहीं भेज दिया, जहां से वो आए थे.