नई दिल्ली/करनाल: घरौंडा के गांव हरसिंहपुरा में बोरवेल में 5 साल की मासूम गिर गई थी. देर रात ही बचाव दल ने रेस्क्यू शुरु कर दिया था. लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एनडीआरएफ की टीम ने बच्ची को गड्ढे से बाहर निकाल लिया, लेकिन मासूम बच्ची जिंदगी की जंग हार गई. करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती बच्ची को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
50 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची को डॉक्टरों ने मृत घोषित किया घर से 20 फीट दूर बोरवेल में गिरी बच्ची
बच्ची का नाम शिवानी है जो खेलते-खेलते करीब 50 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. ये गड्ढा घर से करीब 20 फुट दूरी पर ही बना हुआ है. करीब 18 घंटे तक बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया जब जाकर एनडीआरएफ की टीम बच्ची को बाहर निकाल पाई.
बोरवेल में गिरी 5 साल की मासूम
रविवार को करीब 3:00 बजे खेलते हुए अपने खेत में बने बोरवेल के गड्ढे में शिवानी गिर गई थी. घर वालों ने करीब 2 घंटे बाद बच्ची की तलाश शुरू की लेकिन कहीं पता नहीं चला. बच्ची को आस पड़ोस में तलाश जिसके करीब 5 घंटे बाद बच्ची का पता चला कि वो बोरवेल में गिर गई है. घर वालों ने गड्ढे में मोबाइल डाला तब जाकर बच्ची का पता चला था.
एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू
इसकी सूचना तुरंत परिजनों ने पुलिस को दी. तुरंत ही मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम पहुंची. प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया. बोरबेल से कुछ दूरी पर जेसीबी से खुदाई कर दूसरा गड्ढा किया गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगातार रेत गरने से एनडीआरएफ की टीम को काफी परेशानी हुई.
बच्ची को सुनाई मां की आवाज
देर रात ही मां की आवाज फोन में रिकॉर्ड कर बोरवेल में भेजी गई थी, जिससे की मासूम बच्ची इस भयानक खौफ का सामना कर सके लेकिन इस खौफनाक मंजर ने बच्ची की जिंदगी छीन ली. हरियाणा में यह कोई पहला मामला नहीं जब कोई बच्चा बोरवेल में गिरा हो, इससे पहले भी कई बच्चे गिर चुके हैं लेकिन फिर भी लोग लापवाही से बाज नहीं आ रहे.