नई दिल्ली/नूंह: इस्लामिक धर्मगुरु बड़ा मदरसा नूंह के संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने वीडियो संदेश में कहा कि जिन जमातीयों के पॉजिटिव केस सामने आए हैं उनके साथ जितने भी लोग संपर्क में आए, उन सभी को अपने स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए. सबको खुद पहल करने की जरूरत है.
इस्लामिक धर्मगुरु ने नूंह वासियों से की प्रशासन का सहयोग करने की अपील. उन्होंने कहा कि अगर स्वास्थ्य विभाग की टीमें किसी भी इलाके में कोरोना वायरस की जांच के लिए जाती हैं, तो उनका सहयोग करें. इसके अलावा लोग लॉकडाउन के दौरान घरों में पूरी तरह कैद होकर रहें. हुक्का, चौपाल, होटल, ढाबा इत्यादि किसी भी स्थान पर इकट्ठे ना हो.
मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. इसमें आपस में कम से कम 2 मीटर की दूरी बनाकर रखें. घरों से बाहर कम निकलें, साबुन से बार बार हाथ धोएं, सैनिटाइजर तथा मास्क का इस्तेमाल करें. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की जो भी गाइडलाइन हो उन्हें पूरी तरह से फॉलो करें.
मुफ्ती जाहिद हुसैन ने यह भी कहा कि जिन चार स्थानों पर तबलीगी जमात के सदस्यों को क्वारेंटाइन करके रखा गया है. उनको खानपान तथा रहने सहने के अलावा इबादत करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है उनको किसी कैद खाने में कैद नहीं किया गया है बल्कि उनका इलाज करने के लिए उनकी निगरानी की जा रही है. प्रशासन के सदस्यों के साथ-साथ, आस-पास के गांव भी इन जमातीयों को खाना इत्यादि पहुंचा रहे हैं. मैं खुद भी कई बार इन क्वारेंटाइन सेंटरों में जाकर लोगों से मिल चुका हूं.
इस्लामिक धर्मगुरु मुफ़्ती जाहिद हुसैन ने वैसे तो पहले भी कई वीडियो वायरल कर लोगों से लॉकडाउन को सफल बनाने तथा मस्जिदों में या कहीं पर भी इकट्ठे होकर नमाज नहीं पढ़ने की अपील की थी, लेकिन शुक्रवार को जैसे ही कोरोना वायरस के तीन केस सामने आए तो इस्लामिक धर्मगुरु ने वीडियो वायरल कर जनता को जागरूक करने में देर नहीं लगाई.
कुल मिलाकर कोरोना वायरस ने जिले में दस्तक दे दी है. अब इससे निपटने के लिए शासन-प्रशासन के अलावा धर्मगुरु भी जनता के जनता से लॉकडाउन को पूरी तरह सफल बनाने की अपील कर रहे हैं, ताकि इस बीमारी से किसी की जान ना जाए.