नई दिल्ली/ गुरुग्राम:जिले में पुलिस ने RTI एक्टिविस्ट हरिन्द्र ढींगरा को गिरफ्तार किया है. बता दें कि डीएलएफ फेज-1 में प्लाट को दो बैंकों के पास गिरवी रखकर 15 करोड़ रुपये का लोन लेने और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ब्लड रिलेशन में ट्रांसफर डीड करवाने का मामला दर्ज कर पुलिस ने हरिन्द्र ढींगरा, बेटे तरुण और प्रशांत ढींगरा को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के लिए एसीपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी है. एसीपी क्राइम की मानें तो हरिंद्र और उनकी पत्नी पूनम ने साल 2001 में यह प्लाट प्रदीप कुमार नामक व्यक्ति से खरीदा था. साल 2003 में पूनम ने अपने बेटे प्रशांत के साथ मिलकर इंडियन ओवरसीज बैंक से अपनी कंपनी मेसर्स एलिगेंस फेब्रिक्स के नाम पर करोड़ों रुपये का लोन ले लिया.
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बता दें कि लोन ना चुकाए जाने पर बैंक ने इस संपत्ति को एनपीए घोषित कर दिया और नीलामी से बचने के लिए प्रशांत ने अपने पिता हरिंद्र और माता पूनम के खिलाफ लोक अदालत में दावा डालकर प्लाट को अपने नाम करवा लिया.