नई दिल्ली/गुरुग्राम:नगर निगम की बैठक का आयोजन किया गया. निगम की ये बैठक काफी हंगामेदार रही. पार्षदों ने बैठक में अधिकारियों पर कई बड़े और गंभीर आरोप लगाए. वहीं इस बैठक के दौरान 1 करोड़ 66 लाख रुपये का घोटाला भी सामने आया. जहां एक अधिकारी ने बिना सड़क निर्माण के ही ठेकेदार को पूरा भूगतान कर दिया.
नगर निगम की में बैठक में हुआ हंगामा, करीब डेढ़ लाख का घोटाला आया सामने बता दें कि गुरुग्राम के स्वतंत्रता सेनानी भवन में नगर निगम की सदन की बैठक हुई. इस बैठक में गुरूग्राम के विकास कार्यों पर चर्चा की गई. बैठक में 12 ऐसे एजेंड़ों पर चर्चा की गई जिसमें गुरूग्राम के विकास कार्यों का लेखा जोखा था. वहीं पिछली बैठक में जो एजेंडें थे उनपर भी चर्चा की गई. ये बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और करीब साढ़े चार बजे तक चली.
इस बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि अधिकारी अपनी मनमानी करते है और विकास कार्यों पर जोर देने की जगह अपना विकास कर रहे हैं. वही इस दौरान मेयर टीम को भी कटघरे में खड़ा किया गया कि आखिर कोई अधिकारी मेयर टीम के बाहर जाकर कैसे काम कर रहा है?
पार्षद ने अधिकारी पर लगाया घोटाले का आरोप
वार्ड नंबर एक से पार्षद मिथलेश ने तो सीधे अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने सदन की बैठक के दौरान कहा कि उनके वार्ड के बजघेड़ा गांव में एक सड़क का निर्माण होना था. सड़क तो नहीं बनी लेकिन उस सड़क के निर्माण के नाम पर पूरे रुपये ठेकेदार को भुगतान कर दिए गए. मिथलेश ने कहा कि उस वक्त एसडीओ पवन कुमार को एक्सईएन का पद कार्यकारी एक्सईएन के तौर पर सौंपा गया था. उन्होंने ही इस दौरान करीब 1 करोड़ 66 लाख रूपए का घोटाला किया है.
मेयर ने दिए जांच के आदेश
इस मुद्दे को उठने के बाद मेयर मधु आजाद और निगम कमिश्नर ने इस मामले के आदेश दिए. वहीं एक्सईएन विशाल गर्ग को इस मामले पर पूरी रिपोर्ट देने की बात कही. निगम कमिश्नर विनय प्रताप ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में विजलेंस जांच कराई जा रही है. जिसपर तुरंत कार्रवाई कराई जाएगी. जो भी जिम्मेवार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.