नई दिल्ली/नूंह: रविवार देर रात से ही गरज के साथ आसमान से सोना बरस रहा है. बेमौसम बरसात से भले ही ठंड बढ़ गई है, लेकिन इस बरसात ने किसानों के चेहरों पर रौनक लाने का काम किया है. सरसों-गेहूं की फसल के अलावा दलहन की फसलों को भी इस बरसात से अच्छा खासा लाभ हुआ है.
सबसे अधिक लाभ उन किसानों को हुआ है जिनके पास प्यासी धरती को सिंचाई करने के लिए पानी का कोई इंतजाम नहीं था. हरियाणा के नूंह जिले के हजारों किसानों की भूमि बिना सिंचाई के प्यासी रहती है और फसलों का उत्पादन कम होता है.
नगीना खंड के दर्जनों गांवों में सिंचाई के कोई साधन नहीं है, ये सिर्फ बरसात पर आधारित हैं. कृषि बरसात के साथ-साथ कुछ देर जब ओलावृष्टि हुई तो किसानों की सांसें थम गई, लेकिन ओलावृष्टि से फसलों को कम नुकसान होने की संभावना है क्योंकि ओलावृष्टि कुछ देर बाद ही थम गई.