नई दिल्ली/पलवल: कोरोना महामारी का हरियाणा में विकास कार्यों पर खासा असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में कई विकास कार्य अधर में लटक गए हैं जिनमें से पुल का निर्माण कार्य भी एक है. इन निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए बड़ी संख्या में मजदूरों की जरूरत पड़ती है और अधिकांश मजदूर दूर-दराज से आते हैं.
कोरोना के कारण अब एक के बाद एक कई राज्य कर्फ्यू और लॉकडाउन लगा चुके हैं. ऐसे में ज्यादातर प्रवासी मजदूर पिछले साल के कड़वे अनुभव को दोहराने से बचने के लिए घर लौट चुके हैं. जिस वजह से पुल निर्माण कार्य बीच में अटक गए हैं.
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हरियाणा के पलवल जिले में पुल निर्माण कार्य पर कोरोना का असर साफ देखा जा सकता है. पलवल में लगभग 4 साल से चल रहे एलिवेटेड पुल के निर्माण में काफी देरी हो रही है. ये पुल लगभग 2 साल पहले ही बन जाना चाहिए था, लेकिन कोरोना की वजह से काम में रुकावट आई है. हालांकि काम अभी भी जारी है.
पुल निर्माण कंपनी के साइट इंचार्ज दीपक कुमार का कहना है कि कोरोना के कारण काम पर असर तो पड़ रहा है, लेकिन इसको लगभग तीन चार महीने में तैयार कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से मजदूरों की संख्या में कमी आई है, लेकिन उनका काम उसके बाद भी लगातार जारी है.
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पुल निर्माण कार्य के अधर में लटक जाने से जिले के लोग भी परेशान हैं क्योंकि उन्हें आवाजाही में खासी परेशानी उठानी पड़ती है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस पुल का निर्माण कछुआ गति से चल रहा है. अगर लॉकडाउन नहीं होता तो शहर में भारी जाम की स्थिति बनी रहती.
बहरहाल जिस तरह से चारों तरफ कोरोना महामारी चल रही है उसके बाद भी पलवल में बनाए जा रहे पुल का निर्माण धीमी गति से ही सही लेकिन जारी है. कोरोना महामारी के दौरान भी इस पुल का निर्माण बंद नहीं किया गया, लेकिन काम में कुछ कमी जरूर आई है. क्योंकि लेबर कम होने की वजह से काम धीमी गति से चल रहा है. अब देखना ये होगा कि इस पुल का निर्माण कब तक पूरा किया जाता है.
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