नई दिल्ली/गुरुग्राम:15 साल पहले नूंह में बना गांधी पार्क आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. गांधी पार्क में स्वच्छता का मजाक उड़ रहा है. चारदीवारी टूटती जा रही है. आवारा पशु पार्क में घूम रहे हैं तो वहीं पार्क के अंदर गंदगी का अंबार लगा है. शाम ढलते ही गांधी पार्क शराबियों का अड्डा बन जाता है.
गुरुग्राम-अलवर मार्ग पर नूंह शहर में प्रवेश करते ही गांधी पार्क आपका स्वागत करता है. पार्क में सुबह शाम टहलने वालों की संख्या शून्य हो चली है. पार्क की घास की कटाई नहीं होती, सफाई नहीं होती, चारदीवारी की ग्रिल चोरी हो रही है.
पार्क में बिजली-पानी के पुख्ता इंतजाम नहीं है. पंचायतों का या धरना देने वाले कर्मचारियों का ये ठिकाना दिन में अकसर दिखाई देता है. पॉलिथीन के अलावा खाने-पीने की वस्तुओं को लाने वाले लिफाफे गांधी पार्क में बड़ी संख्या में पड़े हुए हैं.