नई दिल्ली/नूंह:अपनी मांगों को लेकर पिछले सात अगस्त से जिले के मांडीखेड़ा अस्पताल में आशा वर्कर्स धरने पर बैठी हैं. आशा वर्कर्स का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है. जिसके चलते वो धरना नहीं उठा रही हैं. अपनी मांगों को लेकर 29 सितंबर को वो मुख्यमंत्री के निवास स्थान का घेराव करेंगी. अगर 29 को भी सरकार नहीं मानी तो वे धरना प्रदर्शन को तेज कर देंगी.
आशा वर्कर जिला प्रधान मेरहम ने कहा कि जब तक सरकार उनकी न्यूनतम वेतन सहित अन्य मांगों पर विचार नहीं करती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. अब सरकार को तय करना है कि उनको आशा वर्कर का धरना प्रदर्शन कितने दिन तक चलाना है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आशा प्रतिनिधिमंडल की बैठक होनी है, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई बुलावा उन्हें नहीं मिला है.